राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय कांधला में आज दिनांक 6 सितंबर 2024 को कल्चरल क्लब के अन्तर्गत शिक्षक दिवस का आयोजन किया गया। 5 सितंबर को मां शाकुंभरी विश्वविद्यालय के द्वितीय दीक्षांत समारोह के कारण यह आयोजन आज किया गया। शिक्षक दिवस के अवसर पर छात्राओं के द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम का शुभारम्भ प्राचार्या प्रो. श्रीमती प्रमोद कुमारी एवं शिक्षकों द्वारा सरस्वती माता एवं डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी की तस्वीर पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। कार्यक्रम का संचालन सादिया एवं प्रिया आदि छात्राओं के द्वारा किया गया। कीर्ति, नेहा, निकिता,मुस्कान, जैनब, सानिया, नैय्यर आदि अनेक छात्राओं ने नृत्य, गीत, भाषण आदि प्रस्तुतियां दी।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों के उपरान्त प्रो. विशाल कुमार ने छात्राओं को आशीर्वचन देते हुए कहा कि ऐसे सुंदर कार्यक्रम सभी के प्रयास से सफल बन पाते हैं। आचार्य चाणक्य ने कहा था 'शिक्षक कभी साधारण नहीं होता प्रलय एवं निर्माण दोनों ही शिक्षक की गोद में पलते हैं। शिक्षकों के ऊपर समाज के निर्माण का एक बहुत बड़ा दायित्व है। शिक्षकों की प्रगति उनके छात्रों के स्तर से पता चलती है। सभी बच्चों को अपने जीवन की सार्थकता हेतु सतत प्रयास करते रहना चाहिए।
कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य प्रोफेसर श्रीमती प्रमोद कुमारी ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षक का दायित्व बहुत अधिक है क्योंकि शिक्षक अपने छात्रों को अच्छे नागरिक के रूप में प्रस्तुत करते हैं।वह राष्ट्र के निर्माता तथा अपने विद्यार्थियों के पद प्रदर्शक होते हैं। हमें अपने कार्य को ही पूजा मानते हुए पूरी लगन के साथ उस कार्य को करना चाहिए। इस तरह हमें सफलता अवश्य प्राप्त होगी। छात्रों को प्रेरित करते हुए उन्होंनें कहा कि छात्राओं के अन्दर वक जैसी चेष्टा, श्वान जैसी निद्रा, अनुशासन, अल्पाहारी होने के साथ अच्छे इंसान के गुण आवश्यक रूप से होने चाहिए । डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी ने बहुत बड़े दार्शनिक व शिक्षाविद् रहते हुए अपने शिक्षक जीवन को महत्व देते हुए अपने जन्म दिवस को शिक्षक दिवस के रूप में मनाना पसंद किया। कार्यक्रम के अंत में कल्चरल क्लब की शिक्षक प्रभारी डॉ दीप्ति चौधरी ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया। इस कार्यक्रम के उपरांत कल्चरल की मासिक बैठक का आयोजन भी किया गया।