प्रकाशनार्थ
राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय कांधला शामली में आज दिनांक 15 अगस्त 2024 को भारत के 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्या प्रोफेसर श्रीमती प्रमोद कुमारी द्वारा राष्ट्रध्वजारोहण कर राष्ट्रध्वज को सलामी दी गई व राष्ट्रगान किया गया। तत्पश्चात प्राचार्या व समस्त प्राध्यापकों व छात्राओं द्वारा झंडा गीत "विजयी विश्व तिरंगा प्यारा" व देश भक्ति गीत "सारे जहां से अच्छा हिंदुस्ता हमारा हमारा" का गायन किया गया। निदेशक महोदय के संदेश का वाचन समारोहिका डॉ दीप्ति चौधरी द्वारा किया गया। इसके उपरांत सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अंतर्गत सरस्वती वंदना , राष्ट्रभक्ति गीत व "जय हो" का मीनार नृत्य की प्रस्तुति छात्राओं द्वारा दी गई तत्पश्चात महाविद्यालय में गठित सद्भावना कल्चरल क्लब के अंतर्गत चयनित पदाधिकारी व सदस्यों को प्राचार्य के द्वारा बैच पहनाए गए महाविद्यालय कल्चर क्लब के लोगों का निर्माण शताक्षी गुप्ता बीकॉम थर्ड ईयर द्वारा किया गया व कल्चर क्लब गीत सलोनी जहांगीर बीकॉम सेकंड ईयर द्वारा रचित किया गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों के उपरांत महाविद्यालय के वरिष्ठ अध्यापक डॉक्टर बृजभूषण ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने विचार रखे उन्होंने कहा कि हमें आज़ादी के उत्साह में आज़ादी के लिए चुकाई गई कीमत को ध्यान में रखने की बात कही। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता के साथ सुरक्षा भी जरूरी है। पड़ोसी देश बांग्लादेश की स्थिति की चर्चा करते हुए कहा कि मजहबी आधार पर राष्ट्र का गठन नहीं किया जा सकता। कट्टरपंथी विचार वहाँ फिर से सर उठा रहे हैं। लोकतांत्रिक शक्तियों को बांग्लादेश के हालत के प्रति सचेत रहना चाहिये।
डॉ. संजय कुमार (प्रवक्ता जंतुविज्ञान) ने देश भक्ति गीत का गायन किया। कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय में गठित 'सद्भावना कल्चर क्लब' का प्रतीक चिन्ह प्रतियोगिता में चयनित छात्राओ को प्राचार्य द्वारा पुरस्कार वितरित किए गए जिसमें प्रथम पुरस्कार कुमारी शताक्षी गुप्ता, द्वितीय पुरस्कार कुमारी जोया खान व तृतीय पुरस्कार कुमारी कीर्ति मलिक ने प्राप्त किया क्लब गीत प्रतियोगिता में कुमारी सलोनी जांगिड़ ने प्रथम पुरस्कार, कुमारी शालू सैनी द्वितीय पुरस्कार, कुमारी सोनी तृतीय पुरस्कार प्राप्त किया व क्लब प्रतिज्ञा प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार कुमारी सलोनी जांगिड़, द्वितीय पुरस्कार कुमारी शताक्षी गुप्ता, व तृतीय पुरस्कार कुमारी कीर्ति मलिक ने प्राप्त किया तत्पश्चात तिरंगा कैनवस का प्रयोजन भी किया गया जिसका शुभारंभ प्राचार्य द्वारा अपनी भारतीय भाषा में स्वतंत्रता पर अपने विचार "देश की खातिर जीना सीखें देश की खातिर मरना सीखें" अंकित करते हुए किया ।
तत्पश्चात महाविद्यालय के सभी प्राध्यापकगण व छात्राओं द्वारा अपने विचार कैनवास पर अंकित किए गए। सांस्कृतिक कार्यक्रम के उपरांत महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. श्रीमती प्रमोद कुमारी ने 78वें स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हुए व राष्ट्रीय ध्वज को नमन करते हुए कहा कि हमें आजादी के महोत्सव के साथ-साथ अपने स्वतंत्रता सेनानियों के अमर बलिदान को याद भी करना चाहिए । इन 78 वर्षों में हमने कई ऊंचाइयों को प्राप्त किया है आजादी के समय से लेकर आज तक आर्थिक व सामाजिक रूप से निरंतर प्रगति की है तथा आगे भी अग्रसर है उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता के समय हमें सभी स्वतंत्रता सेनानियों को भी नमन करना चाहिए जिनके बलिदान से यह आजादी मिली है। उन्होंने कहा कि हमें देश को विकसित राष्ट्र की श्रेणी में खड़ा करने के लिए अपनी भूमिका का निर्वहन करना होगा भारत को विकसित बनाने में आज के युवा को इतिहास बदलना होगा जैसा कि अटल बिहारी वाजपेई जी ने कहा है कि 'हम इतिहास बदल सकते हैं भूगोल नहीं' । अंत में उन्होंने पंडित राम प्रसाद बिस्मिल द्वारा रचित "सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है' का गायन करते हुए कहा कि राष्ट्र को विकसित बनाने के लिए सभी को मिलजुल कर एक साथ प्रयास करने होंगे। कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य द्वारा सद्भावना कल्चरल क्लब की प्रतिज्ञा छात्राओं को दिलाई गई।
कार्यक्रम के पश्चात महाविद्यालय की प्राचार्या , समस्त प्राध्यापकगण व छात्राओं ने श्रमदान किया।
कार्यक्रम में महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना की स्वयं सेविकाए,रेंजर्स की छात्राएं एवं समस्त प्राध्यापकगण व चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन संस्कृतिक परिषद की संयोजिका डॉ दीप्ति चौधरी द्वारा किया गया।