Friday, 12 January 2024

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा दिए गए डॉक्टर ए पी जे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में संबोधन का सजीव प्रसारण

 राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय कांधला में आज दिनांक 12 जनवरी 2024 को राष्ट्रीय युवा दिवस मनाने के साथ मतदाता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर सर्वप्रथम प्रातः 11:00 बजे माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा दिए गए डॉक्टर ए पी जे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में संबोधन का सजीव प्रसारण तथा नासिक में आयोजित 27वें राष्ट्रीय युवा उत्सव 2024 कार्यक्रम का सजीव प्रसारण व माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का उद्बोधन भी महाविद्यालय की प्राचार्या, समस्त प्राध्यापक एवं छात्राओं ने सुना।मतदाता जागरूकता अभियान के अंतर्गत मेहंदी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।जिसका विषय  “लोकतंत्र देश का महान त्योहार “ रहा। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर नीति पुत्री श्री सतीश कुमार , द्वितीय स्थान पर समर जहाँ पुत्री मो शाजिद तथा तृतीय स्थान पर जैसमीन पुत्री मो इरशाद रही। निर्णायक मंडल में  डॉ दीप्ति चौधरी तथा श्रीमती सीमा सिंह रहीं। कार्यक्रम का आयोजन वी आर सी एवं रेंजर्स प्रभारी डॉ अंकिता त्यागी द्वारा किया गया।

विवेकानंद जयंती के अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो श्रीमती प्रमोद कुमारी जी द्वारा विवेकानंद जी के चित्र पर माल्यार्पण के साथ दीप प्रज्वलित किया गया। इसके उपरांत हिंदी विभाग के प्राध्यापक डॉ रामायण राम ने छात्राओं को संबोधित करते हुए विवेकानंद जी के ओजस्वी जीवन परिचय से अवगत कराया। विवेकानंद जी के जीवन के अनेक प्रेरक प्रसंग बताते हुए उन्होंन सर्वधर्म सम्मेलन में विवेकानंद जी के अनुभव के विषय में बताते हुए कहा कि उन्होंने पूरी दुनिया के समक्ष भारतीय वेदांत दर्शन को रखने के साथ भारतीय तार्किक अध्यात्मिक दर्शन की छवि प्रस्तुत की। विवेकानंद जी ने बताया कि जिस प्रकार अनेक नदियां समुद्र में मिलती हैं वैसे ही विभिन्न संस्कृतियों पंथ एवं धर्म अंत में निराकार ईश्वर में समाहित होते हैं। डॉ बृजभूषण वरिष्ठ प्राध्यापक समाजशास्त्र ने विवेकानंद जी के विचारों को अपने जीवन में अपनाने के लिए छात्राओं को प्रेरित किया।उन्होंने कहा की सेवाभाव हमें परम तत्व अर्थात अंतिम लक्ष्य तक ले जा सकता है। बेसहारा लोगों का साथ देना ही हमारा धर्म एवं कर्तव्य होना चाहिए। विवेकानंद जी के अनुसार हम किसी भी व्यक्ति को उसके अस्तित्व की रक्षा हेतु भोजन, वस्त्र,  औषधी द्वारा उसके शारीरिक अस्तित्व को बचाते हुए उसको आत्मनिर्भर होने के लिए प्रेरित कर सकते हैं। तथा हमें मानव की असीम इच्छाओं के विषय में यह सत्य मान लेना चाहिए कि वह कभी पूरी नहीं हो सकती एवं आभाव हमारे जीवन का एक सत्य है। अपने अध्यक्षीय भाषण में प्राचार्या प्रो श्रीमती प्रमोद कुमारी जी ने बताया कि विवेकानंद जी ने समस्त युवाओं को मानसिक एवं शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए प्रेरित किया था। हमें विवेकानंद जी के आदर्शों को अपनाते हुए अपने लक्ष्य को निर्धारित कर निरंतर उसके लिए प्रयास करते रहना चाहिए। विवेकानंद जी ने 'नर सेवा नारायण सेवा' एवं 'दरिद्र नारायण' जैसे मंत्रों को अपना जीवन में अपनाने के लिए प्रेरित किया। किसी व्यक्ति की महानता सबसे निम्न स्तर से लोगों को सर्वोत्तम स्तर तक पहुंचने में ही है अतः हमें हमेशा बेसहारा लोगों की सहायता करने का प्रयास करना चाहिए।

 इस अवसर पर भारतीय महापुरुष एवं वीरांगनाओं संबंधी फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसमें प्रथम स्थान पर कु शाजिया पुत्री मो इसरार, द्वितीय स्थान पर कु अक्सा श्री गुलजार एवं तृतीय स्थान पर कु नरगिस पुत्री श्री यूनुस रही। कार्यक्रम का संचालन समारोहिका डॉ दीप्ति चौधरी द्वारा किया गया तथा डॉ विजेंद्र सिंह, डॉ प्रदीप कुमार, डॉ विशाल कुमार, डॉ बृजेश राठी, डॉ पंकज चौधरी, डॉ विनीता आदि कार्यक्रम में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया।