Thursday, 3 March 2022

रा से यो के सप्तदिवसीय शिविर का उद्घाटन

 आज दिनांक 3 मार्च 2022 को राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय कांधला के राष्ट्रीय सेवा योजना के अंतर्गत सात दिवसीय विशेष शिविर सूरजकुंड मंदिर निकट मलिन बस्ती में शुभारंभ किया गया शुभारंभ के दौरान शिविर के प्रथम पहर में छात्राओं को योगाभ्यास व शिविर स्थल की सफाई कराने के उपरांत महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर श्रीमती प्रमोद कुमारी द्वारा शिविर स्थल पर रिबन काटकर शिविर का उद्घाटन किया गया शिविर का शुभारंभ सरस्वती मां की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित माल्यार्पण व सरस्वती वंदना के द्वारा किया गया इसी के उपरांत महाविद्यालय की प्राचार्य का स्वागत वरिष्ठ प्राध्यापक  बृजभूषण जी के द्वारा पौधा देकर किया गया इसके बाद प्राचार्य महोदय द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना लक्ष्य गीत "उठे समाज के लिए उठे उठे" का गान कराया गया प्राचार्य महोदय ने अपने संबोधन में स्वयं सेविकाओं का उत्साहवर्धन किया उन्होंने कहा शिविर का आयोजन प्राकृतिक वातावरण में किया जा रहा है इसी प्रकृति की गोद में रहते हुए वृक्षारोपण एवं पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लेना है व आसपास के क्षेत्र को साफ स्वच्छ रखना है कोविड-19 का पालन करते हुए सभी स्वयं सेविकाओं को अपने कार्य के प्रति जागरूक रहना है उन्होंने यह भी बताया कि हमारा देश विभिन्न धर्मों वह जातियों का देश है हमें दूसरे धर्म और जाति के लोगों को ठेस नहीं पहुंचाना है सर्वेक्षण के दौरान समाज सेवा के माध्यम से बस्ती की समस्याएं का सर्वेक्षण करना है व महिलाओं में छिपे हुए कौशल को जानने का प्रयास करना है कॉविड टीकाकरण के प्रति जागरूक करना है उन्होंने बताया कि जब हम स्वस्थ होंगे तभी स्वस्थ भारत अभियान का सपना पूरा होगा ! प्रथम सत्र पूर्ण होने के पश्चात डॉक्टर लक्ष्मी गौतम राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी के द्वारा प्राचार्य महोदय का धन्यवाद ज्ञापित किया गया ! शिविर के द्वितीय बौद्धिक सत्र के दौरान वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ बृजभूषण जी के द्वारा छात्राओं को संबोधित करते हुए देव संस्कृति के बारे में भी बहुत सी जानकारी स्वयं सेविकाओं को दी गई हमें अपने लिए नहीं दूसरों के लिए जीना चाहिए तथा हम सब को अपने अंदर सेवा भाव उत्पन्न करना चाहिए इसी भाव के साथ हमें इस शिविर में सेवा करनी है विशेष व्याख्यान में डॉ अंकिता त्यागी ने छात्राओं के लिए कौशल विकास शीर्षक पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया उन्होंने बताया की सभी छात्राओं में कोई ना कोई प्रतिभा छिपी होती है वह प्रतिभा अपने कौशल के रूप में हमें उभारने की आवश्यकता है और इसी कौशल के साथ हमें अपने भविष्य को सवारने की आवश्यकता है जैसे सिलाई कढ़ाई बुनाई फल तथा सब्जी संरक्षण के द्वारा बिजनेस करके छात्राएं धन अर्जित कर सकती हैं और इस कार्य को बड़े स्तर तक फैला सकती हैं सिलाई में प्रख्यात बड़े-बड़े डिजाइनरों का उदाहरण देकर छात्राओं को प्रोत्साहित किया गया दितीय पहर के व्याख्यान के अंत में गृह विज्ञान प्रभारी श्रीमती सीमा सिंह ने भी अपने वक्तव्य में स्वयं सेविकाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा की राष्ट्रीय सेवा योजना के धे वाक्य  हमको नहीं तुमको के माध्यम से हमें दूसरों के लिए कार्य करना है और लोगों को सामाजिक समस्याओं के प्रति जागरूक करना है और यदि किसी व्यक्ति में कोई कौशल दिखाई देता है तो उसे प्रोत्साहित करना है शिविर के दौरान महाविद्यालय के सभी प्राध्यापकगण उपस्थित रहे! शिविर के अंत में प्रथम सात दिवसीय विशेष शिविर का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया!