राष्ट्रीय मतदाता दिवस का आयोजन
राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कांधला में आज दिनांक 25/01/2022 को राष्ट्रीय सेवा योजना, रेंजर्स एवं स्वीप के संयुक्त तत्वावधान में जूम मीटिंग के द्वारा राष्ट्रीय मतदाता दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी डॉ लक्ष्मी गौतम के संचालन में 'मतदान में महिलाओं की भूमिका' विषय पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम राजनीति विज्ञान विभाग के प्राध्यापक डॉ पंकज चौधरी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि लोकतंत्र में लिंग के भेदभाव के बिना मत डालने का अधिकार है। भारत में बिना किसी भेदभाव के सभी को मताधिकार मिलना एक सकारात्मक संदेश देता है परंतु इस अधिकार को हमें गंभीरता से लेना चाहिए। मतदान करने से पूर्व प्रतिभागी उम्मीदवारों के घोषणा पत्र एवं पूर्व में उनके द्वारा किए गए कार्यों के विषय में अवश्य जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। यदि महिला मतदाता अपनी सोच समझ से महिलाओं के हित में कार्य करने वाली पार्टी एवं उम्मीदवारों को मतदान करके विजयी बनाएंगी तो अवश्य ही उनकी स्थिति में एक सकारात्मक सुधार आएगा। उन्होंने छात्राओं को अपने इस अनमोल अधिकार का प्रयोग पूरी सोच समझ के साथ उम्मीदवारों के भूतकाल के कार्य एवं भविष्य की योजनाओं के आधार पर करने को प्रेरित किया।
उनके उपरांत वनस्पति विज्ञान विषय के प्राध्यापक डॉ बृजेश राठी ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि लोकतंत्र की सफलता को बनाए रखना भारतीय नागरिकों की अहम जिम्मेदारी है। हमारी जिम्मेदारी है कि हम अच्छे प्रतिनिधियों को चुनकर आगे लाएं। साथ ही उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग सदैव विवेकपूर्ण मताधिकार के प्रयोग पर बल देता है और यदि हम समाज में कोई बदलाव चाहते हैं तो हमें सही सोच के साथ मतदान करना चाहिए। अपने संबोधन में उन्होंने निर्वाचन आयोग के द्वारा निभाई जा रही महत्वपूर्ण भूमिकाओं के विषय में भी बताते हुए कहा कि पूर्व में मताधिकार के प्रति लोगों को जागरुक करना उम्मीदवारों की जिम्मेदारी थी परंतु प्रलोभन एवं भ्रष्टाचार से बचाने हेतु निर्वाचन आयोग ने निष्पक्ष निर्वाचन संबंधी समस्त कार्यों को पूर्ण कराने के साथ-साथ मताधिकार के प्रति लोगों को जागरूक करने का कार्य भी स्वयं करना आरंभ किया।
हिंदी विभाग के प्राध्यापक डॉ श्याम बाबू ने अपने व्याख्यान में बताया कि भ्रष्टाचार रहित निर्वाचन होना सिर्फ निर्वाचन आयोग का अकेले का कर्तव्य नहीं है बल्कि हमें ऐसे व्यक्ति को चुनकर लाना चाहिए जो हमारी समस्याओं को समझ कर उसके आधार पर कार्य कर पाए। आज के कोरोना समय में ऐसे जन प्रतिनिधियों को मौका मिलना चाहिए जो खुलकर इस बीमारी से भारत को मुक्ति दिलाने हेतु प्रयास करें एवं जनता की मदद करें।
इस गोष्ठी में बी.ए प्रथम वर्ष की मनु एवं हिना द्वारा भी अपने विचार व्यक्त किए गए।
इन सभी के उपरांत महाविद्यालय की प्राचार्या ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि महिलाओं का रुझान मतदान की तरफ कम हो रहा है। इस रुझान को बढ़ाने के लिए हमें महिलाओं में जागरूकता की आवश्यकता है। हमारे मतदान प्रतिशत बढ़ेगा तभी पूर्ण बहुमत की सरकार का गठन होगा। किसी भी देश की आधी आबादी को नजरअंदाज करके चुनाव जीतने की परिकल्पना नहीं की जा सकती है। भारतीय संविधान के द्वारा 1950 में मतदान का अधिकार प्राप्त हुआ ताकि महिला अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति सतर्क हो सके। उन्होंने यह भी बताया कि हमारे भारत की पहली महिला राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल जी ने 2011 में 25 जनवरी को राषट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाना निश्चत किया। सभी को मतदान अवश्य करना चाहिए। यदि वह किसी भी प्रतिनिधि को वोट ना देना चाहे तो नोटा के बटन को दबाकर अपना मतदान करें। हमारा कर्तव्य महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करना है। राष्ट्रीय सेवा योजना, रोवर्स रेंजर्स आदि संस्था भी जाति, धर्म, लिंग, भाषा के परे होकर लोगों को मतदान के प्रति जागरूक करने का कार्य करती हैं। हम एक सही प्रतिनिधि का चुनाव करें तभी हमारे समाज राज्य और राष्ट्र का सशक्त निर्माण होगा। उन्होंने आग्रह किया कि दिव्यांग भी अपना मतदान कर वोट के प्रतिशत को बढ़ाने में अपनी मदद करें। कार्यक्रम के अंत में प्राचार्या ने आज के दिन आयोजित प्रतियोगिताओं का निर्णय घोषित किया। राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा आयोजित 'एक मत का महत्व' विषय पर नारा लेखन प्रतियोगिता में बी.ए. द्वितीय वर्ष की एकता सैनी प्रथम, बी.ए. प्रथम वर्ष की मनु द्वितीय एवं बी.ए. प्रथम वर्ष की समरीन तृतीय स्थान पर रही। राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा आयोजित गीत प्रतियोगिता में बी.ए. प्रथम वर्ष की समरीन प्रथम, बी.ए. तृतीय वर्ष की आरती उपाध्याय द्वितीय एवं बी.ए. प्रथम वर्ष की मनु तृतीय स्थान पर रही।इसी के साथ रेंजर्स विभाग द्वारा आयोजित 'एक मत का महत्व' विषय पर पोस्टर प्रतियोगिता में बी.ए. तृतीय वर्ष की आरती उपाध्याय प्रथम, बी.ए. द्वितीय वर्ष की तनु पवार द्वितीय एवं संयुक्त रूप से बी.ए. प्रथम वर्ष की ईशा मलिक एवं अंकिता सैनी तथा बी.ए. द्वितीय वर्ष की काजल तृतीय स्थान पर रही। परिणामों के उपरांत महाविद्यालय की प्राचार्या द्वारा विचार गोष्ठी में उपस्थित सभी प्रतिभागियों को निष्पक्ष मतदान हेतु शपथ दिलाई गई। अंत में प्राचार्या महोदया ने अपने महाविद्यालय पर गर्व करते हुए बताया कि उनके निर्देशन में महाविद्यालय के द्वारा मतदान जागरूकता संबंधी गतिविधियों के आधार पर उन्हें शामली में जिलाधिकारी जसजीत कौर जी द्वारा सम्मानित किया गया।राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकों के साथ छात्राएं भी उपस्थित रही।