Saturday, 4 December 2021

रेंजर्स विशेष शिविर उद्घाटन

 ,प्रकाशनार्थ 

राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय कांधला में आज दिनांक 4 दिसंबर 2021 को रेंजर्स का पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आरंभ हुआ। इस प्रशिक्षण शिविर में 47 छात्राओ ने प्रवेश हेतु, 15 छात्राओ ने निपुण व 08 छात्राओं ने दक्षता बैज हेतु सहभागिता की। शिविर के उद्घाटन समारोह में महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. श्रीमती प्रमोद कुमारी मुख्य अतिथि रही। शिविर का आयोजन रेंजर्स प्रभारी डॉ दीप्ति चौधरी के निर्देशन में हुआ एवं प्रशिक्षक जिला संगठन आयुक्त शामली श्रीमती गीता रानी रही। ईश वन्दना के उपरान्त सर्वप्रथम रेंजर्स कलर पार्टी की सलामी के साथ प्राचार्या द्वारा स्काउट गाइड ध्वज का आरोहण किया गया। झंडा गीत के उपरांत बी.ए. तृतीय वर्ष की शिवानी एवं आरती उपाध्याय के द्वारा सरस्वती वंदना के साथ प्राचार्या एवं महाविद्यालय के प्राध्यापकों के द्वारा सरस्वती जी के समक्ष दीप प्रज्वलन व माल्यार्पण किया गया। स्वागत के क्रम में रेंजर्स प्रभारी डॉ दीप्ति चौधरी ने प्राचार्या प्रो. श्रीमती प्रमोद कुमारी का स्कार्फ पहना कर स्वागत किया तथा पौधा भेंट किया। कार्यक्रम में वी. वी. पीजी कॉलेज के अर्थशास्त्र विभाग की एसोसिएट  प्रेफेसर डॉ नीना छोकरा भी उपस्थित रही।समस्त रेंजर्स ने महाविद्यालय परिवार के अध्यापक गण का स्कार्फ पहनाकर स्वागत किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्राचार्या ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि रेंजर्स शिविर छात्राओं में देशभक्ति, अनुशासन, कर्तव्य परायणता, सहयोग करुणा आदि की भावना विकसित करके उन्हें देश के सुयोग्य नागरिक बनाने में योगदान देता है। रेंजर्स का गठन प्रथम विश्व युद्ध के दौरान घायल व्यक्तियों की सेवा के लिए किया गया था। रेंजर्स वसुधैव कुटुंबकम की भावना भरकर छात्राओं को विश्व का सुयोग्य नागरिक बनाने में सहयोग करता है। ऐसे शिविरों से छात्राओं के अंदर मितव्ययता एवं प्रकृति संरक्षण की भावना विकसित होती है।

स्वागत समारोह के उपरांत प्रशिक्षक श्रीमती गीता रानी ने छात्राओं को स्काउट गाइड का इतिहास, स्काउट नियम, प्रतिज्ञा, सिद्धांत, दल का वर्गीकरण आदि का प्रशिक्षण दिया। साथ ही उन्होंने छात्राओं को मीनारें बनाना सिखाया एवं रोचक खेल भी खिलाएं। 

प्राशिक्षण के साथ ही महिला प्रकोष्ठ के अंतर्गत मिशन शक्ति 0.3 के तहत 'महिला उद्यमिता' विषय पर एक प्रसार व्याख्यान आयोजित किया गया। वी.वी.पीजी कॉलेज शामली की एसोसिएट प्रोफेसर- अर्थशास्त्र की डॉ. नीना छोकरा ने अपने वक्तव्य में समस्त छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि महिला उद्यमिता की पहले के समय में आवश्यकता नहीं थी लेकिन वर्तमान परिस्थितियों ने इसकी जरूरत बढ़ा दी हैं। आजादी के बाद से इस देश में प्रशासनिक सेवा व राजनीति के क्षेत्र में महिलाओं ने परचम लहराया है लेकिन उद्यमिता के क्षेत्र में बहुत ही कम महिलाओं का नाम आगे आता है। ज़रूरी नहीं कि हम बहुत बड़े स्तर से कोई भी व्यापार प्रारम्भ करें। हम छोटे छोटे उद्योगों जैसे लिज्ज़त पापड़, अमूल या सौंदर्य प्रसाधन जैसे कार्यों व योजनाओं से जुड़कर अपने आप को आर्थिक रूप से सशक्त कर सकते हैं। जब तक महिला आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर नही होगी तब तक हम महिला सशक्तिकरण की बात नहीं कर सकते। कार्यक्रम का संचालन कर रही वाणिज्य विभाग की डॉ विनीता ने कहा आज भारत सरकार बहुत सारी योजनाओं को चला रही है जिससे महिलाएं आर्थिक रूप से किसी पर निर्भर न रहें। अंत में प्राचार्या ने महिला उद्यमिता के विषय में चर्चा करते हुए कहा कि 'कोमल है कमजोर नहीं शक्ति का नाम ही नारी है ₹'।नारी शुरू से ही भारत की आर्थिक स्थिति का एक सबल हिस्सा है परंतु उनके द्वारा किए गए कार्यो को पहले मूल्यवान नहीं समझा जाता था। पिछले कुछ वर्षों में महिलाओं को मिशन शक्ति कार्यक्रम जैसी योजनाओं के द्वारा एक सशक्त पहचान मिली है। उन्होंने सभी छात्राओं को अपने अन्दर कौशल का विकास करके आर्थिक रूप से सशक्त होने के लिए प्रेरित किया ।कार्यक्रम में महाविद्यालय परिवार के समस्त शिक्षकगण उपस्थित रहे।