प्रकाशनार्थ
राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय कांधला में आज दिनांक 6 दिसंबर 2021 को रेंजर्स प्रभारी डॉ दीप्ति चौधरी के निर्देशन में रेंजर्स के प्रशिक्षण शिविर के तृतीय दिवस के अवसर पर स्काउट गाइड ध्वजारोहण, कलर पार्टी द्वारा मार्च पास्ट, ईशवन्दना, झंडा गीत, बी.पी. सिक्स व्यायाम के उपरांत छात्राओं ने महाविद्यालय प्रांगण में श्रमदान करते हुए एक बार पुनः 'स्वच्छता की ओर एक कदम' बढ़ाने का संदेश प्रसारित किया।
परिवहन अनुभाग द्वारा प्रस्तावित तृतीय सड़क सुरक्षा सप्ताह के अंतर्गत प्राचार्या प्रोफेसर श्रीमती प्रमोद कुमारी ने रेंजर्स एवं राष्ट्रीय सेवा योजना की छात्राओं को सड़क सुरक्षा एवं यातायात नियमों के विषय में जागरूक करते हुए सभी यातायात नियमों को मानने एवं सावधान रहने हेतु शपथ दिलाई।शपथ ग्रहण समारोह के उपरांत शिविर में रेंजर्स को प्रशिक्षक श्रीमती गीता रानी ने हाइकिंग एवं कैंपिंग में उपयोगी पुल निर्माण एवं तंबू निर्माण हेतु विभिन्न प्रकार की गाँठ एवं बंधन सिखाएं।
आज छात्राओं द्वारा महाविद्यालय परिवार हेतु सहभोज कार्यक्रम का आयोजन किया गया।सहभोज में सभी छात्राओं ने एक साथ मिलजुल कर महाविद्यालय परिवार की प्राचार्या एवं प्राध्यापकों के साथ भोजन किया। भोजन के उपरांत प्राचार्या ने रेंजर्स को संबोधित करते हुए कहा कि सहभोज की परंपरा भारतीय संस्कृति में प्राचीन काल से ही विद्यमान रही है। कार्तिक मास में आंवला नवमी के अवसर पर सभी लोग एकत्र होकर आंवले के वृक्ष की पूजा के उपरांत सहभोज करते हैं जिससे भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं एवं घर में सुख समृद्धि बढ़ती है।हमारे महाविद्यालय में भी छात्राओं में एकता व सामूहिकता की भावना विकसित करने हेतु प्रतिवर्ष रेंजर्स शिविर के दौरान सहभोज का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है जिससे सभी छात्राएं आपस में मिलजुल कर बिना किसी द्वेषभाव के रहने की शिक्षा लेती हैं ।
भोजन के उपरांत द्वितीय सत्र में आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत महाविद्यालय में बाबा साहब डा. भीमराव आंबेडकर जी के परिनिर्वाण दिवस का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो श्रीमती प्रमोद कुमारी ने बाबा साहब डा. आंबेडकर के चित्र के समक्ष मोमबत्ती जला कर पुष्पांजलि अर्पित की। समस्त उपस्थित प्राध्यापकों ने पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धासुमन अर्पित किये। इस अवसर पर डा पंकज चौधरी ने बाबा साहब के जीवन व राजनैतिक सामाजिक योगदान पर अपने विचार रखे। डा रामायन राम ने बाबा साहब आंबेडकर की आत्म कथा और उनकी पुस्तकों के बारे में बताया।
अध्यक्षता कर रहीं प्राचार्या प्रो प्रमोद कुमारी ने कहा कि एक निम्न जाति मे पैदा होने के बावजूद डा आंबेडकर विश्व के सबसे अधिक विद्वान व्यक्तियों मे शुमार हैं। उन्होंने संविधान के द्वारा भारत के वंचित समुदायों, महिलाओं और दलितों को सामाजिक आर्थिक न्याय प्रदान किया। उन्होंने कहा कि डा. आंबेडकर ने आजीवन जाति व्यवस्था के खिलाफ से संघर्ष किया। अपने संघर्षों को उन्होंने संविधान मे मूर्त रूप दिया। बाबा साहब द्वारा प्रारूप समिति के सदस्य के रूप आकार दिये गए संविधान के द्वारा सामाजिक आर्थिक न्याय की गारंटी की गई। जिसके फल स्वरूप आज वंचित समुदाय व महिलाए भी उच्च पदों पर आसीन हैं। आज यह कहा जा सकता है कि जाति प्रथा काफी हद तक समाप्त हो चुकी है। इसका बहुत अधिक श्रेय डा. आंबेडकर के साथ स्वामी विवेकानंद, दयानंद सरस्वती महात्मा ज्योति बा फुले व महात्मा गांधी जैसे महापुरुषों को जाता है, देश उनका ऋणि है। उन्होंने छात्राओं से कहा कि सभी डा. आंबेडकर के जीवन के विषय में पढ़ना चाहिए। संचालन समारोहक डा. रामायन राम ने किया।इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकगण उपस्थित रहे।