Saturday, 18 December 2021

अन्तर्महाविद्यालय शूटिंग प्रतियोगिता का समापन

 आज दिनांक 18-12-2021 को लगातार तीन दिनों से चल रही,चौधरी चरणसिंह विश्वविद्यालय मेरठ द्वारा राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय कांधला में आयोजित अन्तर्महाविद्यालय शूटिंग प्रतियोगिता सम्पन हुई। सायंकाल 4 बजे तक घोषित परिणाम के आधार पर 50 मीटर फ्री पिस्टल पुरुष वर्ग के अन्तर्गत NCPE नोएडा के अर्जुन छिल्लर ने 272 अंक अर्जित कर स्वर्ण पदक प्राप्त किया। सनातन धर्म कालेज मुजफ्फरनगर के अक्षत वर्मा 268 अंकों के साथ रजत पदक प्राप्त किया जबकि JVC कॉलेज बड़ौत के अनमोल अरोड़ा ने 261 अंक प्राप्त कर कांस्य पदक प्राप्त किया। इसी 50 मीटर फ्री पिस्टल प्रतियोगिता के महिला वर्ग में हिमानी कश्यप सनातन धर्म कॉलेज मुजफ्फरनगर ने 250 अंक अर्जित कर स्वर्ण पदक प्राप्त किया।  शिवानी चौधरी मेरठ कॉलेज मेरठ की छात्रा ने 242 अंको के साथ रजत पदक प्राप्त किया। STRC की कनक चौधरी ने  241 अंक अर्जित कर कांस्यपदक प्राप्त किया। 50 मीटर प्रोन राइफल प्रतियोगिता पुरुषवर्ग का भी परिणाम घोषित हुआ जिसमें सनातन धर्म कालेज मुजफ्फनगर के करन शर्मा ने 279 का स्कोर मार कर स्वर्णपदक प्राप्त किया जबकि मेरठ कॉलेज मेरठ के दीपक कुमार को 279 अंक अर्जित करने पर भी नियमानुसार रजतपदक पर संतोष करना पड़ा। इसी प्रतियोगिता में मेरठ कॉलेज मेरठ के ही छात्र अर्जुन चौधरी ने 269 अंक प्राप्त कर कांस्य पदक प्राप्त किया।सभी  विजेता छात्र छात्राओं को कार्यक्रम की अध्यक्षा महा विद्यालय की प्राचार्या प्रो श्रीमती प्रमोद कुमारी  ने महाविद्यालय स्टाफ तथा राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय कोच व खिलाड़ियों की गरिमामय उपस्थिति में पदक पहनाकर पुरस्कृत किया। प्रतियोगिता के आयोजन सचिव,  महाविद्यालय के क्रीड़ा प्रभारी डॉ प्रदीप कुमार ने सभी प्रतिभागियों एवं महाविद्यालय स्टाफ का सफल आयोजन में सहयोग देने हेतु हृदय से धन्यवाद ज्ञापित किया।

 आज ही के दिन महाविद्यालय में  निर्भया दिवस के अवसर पर  प्राचार्या प्रो०श्रीमती प्रमोद कुमारी ने उपस्थित छात्राओं एवं प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि लड़कियों को अपनी शिक्षा एवं स्वास्थ्य के ऊपर ध्यान देने के साथ साथ आत्मरक्षा हेतु जूडो कराटे का प्रशिक्षण अवश्य लेना चाहिए। ऐसे आत्मरक्षा प्रशिक्षण हमारे मनोबल को बढ़ाते हैं। साथ ही लड़कियों को अपनी सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए समय से कार्य पूर्ण करने का प्रयास करना चाहिए। समाज को भी लड़कियों को एक सुरक्षित वातावरण और लड़कों को अच्छे संस्कार देने चाहिए जिससे निर्भया कांड जैसे बुरे कुकृत्यों की पुनरावृत्ति न हो सके।