Friday, 26 November 2021

राष्ट्रीय एकता व अखण्डता दिवस

 प्रकाशनार्थ


राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय कांधला शामली में आज दिनांक 28-10-2021 को विविध कार्यक्रम आयोजित किये गए। 

      इन कार्यक्रमों के अंतर्गत उत्तर प्रदेश शासन व उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशों के अनूरुप भारत के प्रथम गृह मंत्री लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल जयंती समारोह के अंतर्गत आज दिनाँक 28-18-2021 को निबंध प्रतियोगिता  आयोजित की गई, जिसका विषय 'भारत की राष्ट्रीय एकता व अखंडता के प्रति सरदार वल्लभ भाई पटेल का योगदान' रहा। इस प्रतियोगिता मे कुल 35 छात्राओं ने प्रतिभाग किया। सरदार पटेल जयंती समारोह के अंतर्गत कल 29 अक्टूबर को भाषण प्रतियोगीता का आयोजन किया जायेगा। जिसका विषय ' स्वतंत्रता आंदोलन मे सरदार पटेल जी की भूमिका, संदर्भ : बारदोली व खेड़ा सत्याग्रह ' होगा। 31 अक्टूबर को सरदार पटेल जी की जयंती के दिन महाविद्यालय मे राष्ट्रीय एकता दिवस आयोजित किया जायेगा। 

     महाविद्यालय की महिला प्रकोष्ठ के द्वारा महिला सशक्तिकरण एवं महिला जागरूकता हेतु 'मिशन शक्ति' के अंतर्गत 'भारत में साइबर क्राइम' विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया| 

 इस संगोष्ठी में छात्राओं को साइबर क्राइम के विषय में जागरूक करने के लिए वाणिज्य विभाग की प्रवक्ता  सुश्री विनीता ने छात्राओं को भारत में हो रहे साइबर क्राइम के विषय में बताया। उन्होंने सर्वप्रथम साइबर क्राइम की अवधारणा एवं विभिन्न रूपों के विषय में बताया। अपने व्याख्यान में उन्होंने भारत में गठित कुछ प्रमुख साइबर अपराधों जैसे ओएनजीसी साइबर अपराध तथा ई सिम से जुड़े प्रमुख अपराध के उदाहरण देते हुए छात्राओं को सभी डिजिटल उपकरणों को सतर्कता से उपयोग करने की सलाह दी। इसके उपरांत उन्होंने इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी एक्ट 2000 के अंतर्गत धारा 66 ए, 66 बी, 66d आदि कानूनों के बारे में भी अवगत कराया। 


       "एक भारत श्रेष्ठ भारत क्लब" के तत्त्वाधान में महाविद्यालय स्तरीय एक निबन्ध प्रतियोगिता (शीमहाविद्यालयर्षक: अरुणाचल प्रदेश की भौगोलिक स्थिति) तथा एक पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता (शीर्षक: मेघालय का प्राकृतिक सौंदर्य ) का आयोजन किया गया। इसके  अतिरिक्त इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. श्यामबाबू द्वारा 'मेघालय की संस्कृति' शीर्षक पर वक्तव्य दिया गया जिसमें उन्होंने मेघालय के खानपान रहन सहन तथा रीति-रिवाजों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि वहां की अधिकांश जनजातियों में परिवार की मुखिया महिला ही होती है तथा संपत्ति का अधिकार भी महिलाओं के पास ही होता है। कार्यक्रम की समाप्ति पर  महाविद्यालय की प्राचार्य महोदया द्वारा छात्राओं को संबोधित किया गया इसमें उन्होंने छात्राओं से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जैसे, मोबाइल तथा कंप्यूटर एवं सोशल मीडिया आदि का संभल कर तथा सावधानीपूर्वक प्रयोग करने के बारे में छात्राओं को निर्देशित किया । प्राचार्य महोदया ने भी पहाड़ के जीवन के बारे में अपने अनुभवों को साझा किया। प्राचार्य महोदया ने बताया की जीवन निरंतर सक्रिय रहने का नाम है और यदि कोई व्यक्ति निष्क्रिय रहता है तो वह अपने स्वास्थ्य को खतरे में डालता है और साथ ही साथ उसका जीवन काल भी कम हो जाता है।



इस अवसर पर डॉ विशाल कुमार डॉ पंकज चौधरी, डॉ लक्ष्मी गौतम डॉ श्याम बाबू एवं  महाविद्यालय की छात्राएं उपस्थित रही।