राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय कांधला में आज दिनांक 16 अप्रैल 2021 को मिशन शक्ति कार्यक्रम के अंतर्गत 'शक्ति स्वरूपा नारी एवं भारतीय संस्कृति' विषय पर महिला प्रकोष्ठ के तत्वाधान में ज़ूम प्लेटफॉर्म के माध्यम से एक वैबीनार आयोजित किया गया। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित मिशन शक्ति कार्यक्रम शारदीय नवरात्रों के प्रथम दिन (17 अक्टूबर 2020) से प्रारंभ होकर चैत्र नवरात्र के अंतिम दिन (22 अप्रैल 2021) को समाप्त होगा। महाविद्यालय द्वारा इस कार्यक्रम के अंतर्गत वर्षभर अनेक कार्यक्रम एवं प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। आज के वैबीनार में मुख्य वक्ता के रूप में डॉक्टर विनोद कुमार (संस्कृत विभाग प्रभारी) द्वारा छात्राओं को संबोधित करते हुए बताया गया कि सृष्टि की उत्पत्ति एवं रचना के मूल तत्व में नारी ही है। इसीलिए भारतीय संस्कृति में नारी को एक महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। यक्ष युधिष्ठिर संवाद में भी कहा गया है कि भूमि से भी भारी हमारी माता है और मनुस्मृति में भी गुरु माता को सबसे अधिक सम्मान के योग्य बताया गया है। अनेक पौराणिक कथाओं के विषय में बताते हुए उन्होंने कहा कि नवरात्रों में माता के नौ रूपों की पूजा अर्चना द्वारा हमें संपूर्ण संवत्सर में आवश्यक ऊर्जा की प्राप्ति होती है। भारतीय संस्कृति में नारी को पुरुष के समान ना बताकर हमेशा पुरुष से महान बताया जाता है परंतु अपनी अल्पज्ञता के कारण आज हम नारी के समान अधिकारों के विषय में अधिक चर्चा करते हैं।उन्होंने अपने संबोधन में युवा पीढ़ी को प्रेरित करते हुए कहा कि महानता अधिक गौरवशाली होती है अत: हमें नारी की समानता के अधिकारों को प्राप्त करते हुए उसकी महान छवि को भी साथ लेकर चलना है। कार्यक्रम का संचालन कर रही महिला प्रकोष्ठ की संयोजिका डॉ दीप्ति चौधरी ने भी छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाओं को अपने अधिकारों के विषय में जागरूक होने की आवश्यकता है परंतु हमें अपने दायित्वों का निर्वहन भी पूर्ण सार्मथ्य के साथ करना आवश्यक है अन्यथा हम अपनी भारतीय संस्कृति के साथ न्याय नहीं कर पायेंगें। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही प्राचार्या प्रोफेसर श्रीमती प्रमोद कुमारी जी ने अपने वक्तव्य में कहा कि नवरात्र में हमारे परिवारों में जो सात्विक माहौल एवं वातावरण होता है वह हमें नारी सम्मान हेतु प्रेरित करता है एवं कन्या पूजन के साथ हम संपूर्ण जगत की महिलाओं के प्रति अपना सम्मान एवं श्रद्धा अर्पित करते हैं। भारतीय संस्कृति के अनुसार कोई भी धर्मकार्य बिना महिला के पूर्ण नहीं होता और यही महिला की महत्ता को प्रमाणित करता है ।वैदिक काल से ही गार्गी,अपाला,घोषा आदि महिलाएं हमें प्रेरणा देती रहती है। वर्तमान में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा निदेर्शित मिशन शक्ति कार्यक्रम हमारी युवा पीढ़ी को महिला सुरक्षा एवं सम्मान की ओर जागरूक करने के लिए एक सफल व सार्थक प्रयास है। इसके अनतर्गत नारियों के प्रति सम्मान की भावना को बढ़ाते हुए उनके प्रति दुर्भावना एवं हिंसा से उन्हें सुरक्षा प्रदान करने की कोशिश की गई है। युवा पीढ़ी को भी यह समझना होगा कि महिलाओं को पुरुषों से प्रतिद्वन्दता नहीं रखनी है बल्कि उनका सहयोग करते हुए समाज एवं जीवन की गाड़ी को एक सकारात्मक गति प्रदान करनी है। जयशंकर प्रसाद के वचनों "नारी! तुम केवल श्रद्धा हो, विश्वास रजत नग पगतल में।पीयूष स्रोत सी बहा करो, जीवन के सुंदर समतल में।" के साथ ही उन्होंने अपनी वाणी को विराम दिया। साथ ही छात्राओं को कोविड संक्रमण से अपना बचाव करते हुए सुरक्षित रहकर स्वाध्याय करने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक डॉ बृजभूषण, डॉ विशाल कुमार, डॉ विजेंद्र सिंह, डॉ प्रदीप कुमार, डॉ बृजेश राठी, श्रीमती सीमा सिंह, श्रीमती अंशु, डाॅ पंकज कुमार आदि एवं महाविद्यालय की अनेक छात्राएं उपस्थित रही।