दिनांक, 06.03.2021 को 'राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कांधला, शामली, उ०प्र०' में 'पर्यावरण मुद्दे एवं पर्यावरण संरक्षण' विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन महाविद्यालय की प्राचार्या, प्रो. प्रमोद कुमारी की अध्यक्षता में किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि 'चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ, की प्रति कुलपति प्रो. वाई. विमला रहीं। विशिष्ट अतिथि के रूप में 'राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कांधला, शामली, उ. प्र. के सेवानिवृत्त प्राचार्य डॉ. प्रमोद कुमार गुप्ता तथा 'राजकीय मॉडल डिग्री कॉलेज कपूरी गोविंदपुर, सहारनपुर' के सेवानिवृत्त प्राचार्य डॉ. योगेश त्यागी तथा 'विजय सिंह पथिक राजकीय महाविद्यालय, कैराना, शामली' के प्राचार्य डॉ. चमन लाल रहे। इस राष्ट्रीय सेमिनार में महाविद्यालय के रसायन शास्त्र के प्राध्यापक डॉ. विजेन्द्र सिंह ने संयोजक तथा वनस्पति विज्ञान के प्राध्यापक डॉ. ब्रिजेश कुमार राठी ने आयोजन सचिव की भूमिका का निर्वहन किया।
कार्यक्रम को 04 सत्रों, उद्घाटन सत्र, तकनीकी सत्र प्रथम, तकनीकी सत्र द्वितीय तथा समापन सत्र में विभाजित किया गया था।
कार्यक्रम का प्रारंभ माँ शारदे की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन तथा माल्यार्पण से हुआ। तत्पश्चात महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा स्वागत गीत तथा महाविद्यालय का कुल गीत प्रस्तुत किया गया। महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. (श्रीमती) प्रमोद कुमारी द्वारा स्वागत भाषण दिया गया। अपने भाषण में प्राचार्य महोदया ने समस्त आगंतुकों का आभार व्यक्त करने के साथ-साथ समस्त श्रोताओं का ध्यान पर्यावरण के विभिन्न पहलुओं की तरफ आकर्षित किया। उनका कहना था कि वनों को काटने के स्थान पर उन्हें संरक्षित करने का संकल्प हमें लेना होगा। महाविद्यालय में पधारे मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि, विषय विशेषज्ञ तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों को पुष्पगुच्छ प्रदान कर सम्मानित किया गया। सेमिनार की स्मारिका में प्रकाशन हेतु प्रतिभागियों द्वारा प्रेषित किए गए शोध सारांश तथा गणमान्य व्यक्तियों द्वारा सेमिनार के सफल आयोजन हेतु प्रेषित किए गए संदेशों को संकलित करके प्रकाशित की गई सेमिनार की स्मारिका का विमोचन भी मंचासीन अतिथियों द्वारा किया गया। महाविद्यालय के भौतिक विज्ञान विभाग के प्रभारी प्राध्यापक डॉ. विशाल कुमार द्वारा कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की गई। मुख्य अतिथि, प्रो. वाई. विमला, विशिष्ट अतिथि, डॉ. प्रमोद कुमार गुप्ता, डॉ. योगेश त्यागी तथा डॉ. चमनलाल द्वारा उद्घाटन भाषण दिया गया। अपने वक्तव्य में प्रो. वाई. विमला ने बताया की हमारी समस्त आवश्यकताएं पेड़ पौधों तथा वनस्पतियों द्वारा ही पूरी होती हैं। उनका कहना था कि जो कार्य प्रकृति में स्वाभाविक रूप से चक्रीय क्रम में चलते हैं उन्हें समाप्त कर हमने कृत्रिमता में बदल दिया है जो पर्यावरण के अनुकूल बिल्कुल भी नहीं है। कार्यक्रम में बीज वक्ता के रूप में पधारे क्षेत्रीय केंद्र, इग्नू , करनाल के सहायक निदेशक, डॉ. अमित कुमार जैन तथा क्षेत्रीय सेवा केंद्र, इग्नू , नई दिल्ली की डॉ. विनीता कटियार द्वारा बीज वक्तव्य प्रस्तुत किए गए। उद्घाटन सत्र के अंतिम चरण में महाविद्यालय में पधारे मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि, विषय विशेषज्ञ तथा गणमान्य व्यक्तियों को राष्ट्रीय सेमिनार की स्मृतियों को सहेजने के लिये प्रतीक चिन्ह प्रदान किए गए महाविद्यालय के वरिष्ठ अध्यापक डॉ. बृजभूषण द्वारा कार्यक्रम में अपना अमूल्य समय देकर उपस्थित हुए सभी विद्वान जनों का धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
भोजनावकाश के पश्चात प्रथम तकनीकी सत्र की अध्यक्षता क्षेत्रीय केंद्र, इग्नू , करनाल के सहायक निदेशक डॉ. अमित कुमार जैन द्वारा की गई। इस सत्र में महाविद्यालय में अन्य महाविद्यालयों तथा संस्थानों आए प्रतिभागियों द्वारा अपने पेपर प्रस्तुत किए गए ।
द्वितीय तकनीकी सत्र की अध्यक्षता 'विजय सिंह पथिक राजकीय महाविद्यालय,कैराना, शामली' के वनस्पति विज्ञान के प्राध्यापक डॉ. राकेश कुमार ने की तथा विषय विशेषज्ञ के रूप में अपना पेपर भी प्रस्तुत किया। इस सत्र में महाविद्यालय के प्राध्यापकों द्वारा अपने पेपर प्रस्तुत किए गए। इस सत्र में प्रतिभागियों के लिए ऑनलाइन माध्यम से भी अपना पेपर प्रस्तुत करने का अवसर प्रदान किया गया जिसमें ऑनलाइन माध्यम से कुल 5 प्रतिभागियों ने अपने पेपर प्रस्तुत किए। द्वितीय तकनीकी सत्र में महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा भी अपने लेख तथा पोस्टर प्रस्तुत किए गए।
समापन सत्र की अध्यक्षता सेवानिवृत्त प्राचार्य डॉ. प्रमोद कुमार गुप्ता द्वारा की गई। आज के कार्यक्रम की सम्पूर्ण रिपोर्ट सेमिनार के आयोजन सचिव डॉ बृजेश कुमार राठी द्वारा प्रस्तुत की गई राष्ट्रीय सेमिनार की संरक्षिका महाविद्यालय की प्राचार्या महोदया प्रो. (श्रीमती) प्रमोद कुमारी द्वारा समापन भाषण दिया गया जिसमें प्राचार्या महोदया ने पर्यावरण को संरक्षित रखने हेतु आवश्यक उपायों का विस्तार पूर्वक वर्णन किया तथा सचेत किया कि यदि मनुष्य नहीं समझा तो वह अपना बहुत बड़ा अहित कर सकता है तथा उन्होंने हमें पर्यावरण संरक्षित करते हुए एक उज्जवल भविष्य की तरफ अग्रसर होने हेतु प्रेरित किया तथा आगे भी महाविद्यालय द्वारा इस तरह के कार्यक्रमों को आयोजित करते रहने के लिए आश्वासन दिया। समापन सत्र के अंतिम चरण में राष्ट्रीय सेमिनार के संयोजक डॉ. विजेंद्र सिंह द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया तथा कार्यक्रम के आयोजन के दौरान हुए अनुभवों को साझा किया। समस्त प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम में उपस्थित समस्त जनों द्वारा प्रकृति तथा पर्यावरण के संरक्षण का संकल्प लिया गया। अन्त में राष्ट्रीय गीत के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
कार्यक्रम के सफल संचालन में महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकगण डॉ. बृजभूषण, डॉ. विशाल कुमार, डॉ दीप्ति चौधरी, डॉ. प्रदीप कुमार, डॉ. पंकज चौधरी, डॉ. विनोद कुमार, डॉ. सुनील कुमार, श्रीमती सीमा सिंह एवं डॉ. रामायन राम ने सराहनीय योगदान दिया।