राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय कांधला में आज दिनांक 6 मार्च 2021 को 'महिला सुरक्षा एवं सम्मान' विषय पर प्रातः 10:00 बजे एक विचारगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस विचार गोष्ठी में महाविद्यालय के सभी प्राध्यापकों ने प्राचार्या प्रो. श्रीमती प्रमोद कुमारी जी के साथ सहभाग किया। गोष्ठी में डॉ प्रदीप कुमार ने अपने विचार रखते हुए कहा कि महिलाओं को अपने शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना चाहिए जिससे वह स्वस्थ रहेंगी एवं उनके अंदर आत्मविश्वास आएगा। क्रीडा के क्षेत्र में उनके पास अनेक अवसर उपलब्ध है बस उनके प्रयास की आवश्यकता है। डॉ सुनील कुमार ने कहा कि महिला सशक्तिकरण हेतु हमें महिलाओं की आर्थिक क्षेत्र में मजबूत करना होगा जिसके लिए सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी। डॉ विशाल कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि महिलाओं को शिक्षित करना होगा और परंपरागत शिक्षा के साथ रोजगार मूलक शिक्षा भी उन्हें प्राप्त करनी होगी। डॉक्टर बृजेश राठी ने कहा कि सरकार द्वारा बहुत से प्रयास एवं योजनाएं महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वालंबन के लिए चल रही हैं और उन्हें इन योजनाओं एवं हेल्पलाइन नंबर्स का लाभ लेना चाहिए ।डॉ पंकज कुमार ने कहा कि महिलाओं के लिए संतुलित आहार सबसे अधिक आवश्यक है क्योंकि उनके ऊपर अपने परिवार की भी जिम्मेदारी होती है। उन्हें अस्वस्थ खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए और यथासंभव प्रतिदिन अपने लिए व्यायाम हेतु समय निकालना चाहिए। डॉक्टर बृज भूषण ने छात्राओं को योग एवं प्राणायाम पर ध्यान देने के लिए प्रेरित किया। यह मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होता है गोष्ठी के अंत में प्रोफेसर श्रीमती प्रमोद कुमारी जी ने कहा कि महिलाएं तभी सशक्त हो सकती हैं जब वह स्वावलंबी बनेंगी और इसके लिए आवश्यक है कि छात्राओं को अपने अंदर निहित प्रतिभा को निखारे और अपनी प्रतिभा के अनुसार ही अपने कौशल का विकास कर उद्यम के रूप में अपनाएं। बिना आर्थिक स्वतंत्रता के आत्मनिर्भरता किसी भी व्यक्ति के लिए संभव नहीं है ।समाज को भी छात्राओं के लिए एक स्वस्थ एवं सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराना चाहिए। उन्होंने छात्राओं को कहा कि उनके जीवन का उद्देश्य असीमित होना चाहिए।" इस पद का उद्देश्य नहीं है शांत भवन में टिके रहना, किंतु पहुंचना उस मंजिल तक जिसके आगे राह नहीं"।कार्यक्रम का आयोजन महिला प्रकोष्ठ के डॉ दीप्ति चौधरी एवं श्रीमती सीमा सिंह द्वारा किया गया।