आज दिनांक 12 अप्रैल 2021 को राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कांधला में 'आजादी का अमृत महोत्सव " विषय पर एक संगोष्ठी आयोजित की गई | संगोष्ठी की अध्यक्षता प्राचार्य प्रो श्रीमती प्रमोद कुमारी ने की और संचालन डॉक्टर पंकज चौधरी के द्वारा किया गया ।
संगोष्ठी में डॉक्टर पंकज चौधरी ने आजादी का अमृत महोत्सव मनाए जाने और दांडी मार्च के 91 वी सालगिरह पर छात्राओं को "दांडी मार्च " की ऐतिहासिक घटना से अवगत कराया ।
डॉ विशाल कुमार, प्रवक्ता भौतिक विज्ञान, ने छात्राओं को "राष्ट्रवाद और राष्ट्र धर्म" विषय पर अपने विचारों से अवगत कराया और छत्राओं को राष्ट्र की संकल्पना के विकास के बारे में बताया कि कैसे यूरोप में और बाद में भारत में राष्ट्रीय राज्य का विचार पनपा ।
प्राचार्या प्रो प्रमोद कुमारी ने राष्ट्रवाद पर छात्राओं को संबोधित किया । उन्होंने मिशन शक्ति के अंतर्गत छात्राओं को भारत की आजादी में महिला स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि महिला स्वतंत्रता सेनानी जैसे लक्ष्मी बाई, सरोजिनी नायडू व इंदिरा गांधी जी के योगदान के बिना स्वतंत्रता आंदोलन का इतिहास अधूरा है। उन्होंने कहा कि पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं का आज़ादी की लड़ाई मे शामिल होना मुश्किल था क्योंकि महिलाएं पहले से ही अनेक सामाजिक बेड़ियों मे कैद थीं।ऐसे में उनके द्वारा स्वतंत्रता आंदोलन में सहभागिता करना काफी मुश्किल और चुनौतीपूर्ण था बावजूद इसके विभिन्न महिला महिला महिलाओं ने जैसे सरोजनी नायडू रानी चेन्नम्मा रानी लक्ष्मीबाई कमला नेहरू आदि ने राष्ट्रीय आंदोलन में अपना योगदान दिया।
डॉ पंकज ने राष्ट्र क्या है ? छात्राओं को इसके बारे में बताया और भारतीय राष्ट्र के खुशहाली, तरक्की और संपन्नता के बारे में छात्राओं के साथ अपने विचार साझा किए ।
कार्यक्रम के अंत में मिशन शक्ति के अंतर्गत प्राचार्या द्वारा छात्राओं को शपथ दिलाई गई।
इसके उपरांत "आजादी के संघर्ष गाथा " विषय पर एक निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें छात्राओं ने बढ़ चढ़कर सहभागिता की। इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक उपस्थित रहे।