Tuesday, 16 February 2021

वसन्तपंचमी पर राजा सुहेलदेव जयन्ती का आयोजन

राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय कांधला शामली मे आज दिनांक 16-2-2021 ,वसंत पंचमी के अवसर पर मां सरस्वती की अर्चना की गई। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश शासन व उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशों के अनुरूप महाराजा सुहेलदेव जयंती मनाई गई। 

     महाराजा सुहेलदेव जयंती के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किया गया। सर्वप्रथम महाविद्यालय की  प्राचार्या प्रो श्रीमती प्रमोद कुमारी ने सरस्वती की प्रतिमा तथा महाराजा सुहेलदेव के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन व माल्यार्पण किया। छात्रा शिवानी वर्मा व आरती उपाध्याय ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत किया। इसके पश्चात छात्रा  तहुरा अंजुम, नोरीन सिद्धीकी व शमा ने महाराजा सुहेलदेव के जीवन व ऐतिहासिक महत्व पर तैयार किया गया अपना भाषण प्रस्तुत किया। 

    कार्यक्रमों की अध्यक्षता कर रहीं प्राचार्या प्रो. श्रीमती प्रमोद कुमारी ने कहा कि महाराजा सुहेलदेव एक महा प्रतापी राजा थे। महाराजा सुहेलदेव ने 11वीं शताब्दी में बहराइच में गाजी सालार मसूद को बुरी तरह परास्त किया था। आज बहराइच में गाज़ी की मजार है जबकि सुहेलदेव का नाम भी कुछ साल पहले तक कोई नहीं जानता था।

सुहेलदेव ने आजीवन लोक की रक्षा की, स्त्रियों की शील रक्षा के लिए भयानक युद्ध किए और गाज़ी को परास्त किया।

सुहेलदेव का राज्य बनारस, गाजीपुर, मऊ, आजमगढ़ तक विस्तृत था। कहा जाता है कि बनारस का प्रसिद्ध राजातालाब महाराजा सुहेलदेव ने बनवाया था। वह प्रजावत्सल शासक और महान योद्धा थे। उन्होंने कहा कि सुहेलदेव भारतीय इतिहास के एक गुमनाम योध्दा हैं। इतिहासकारों ने उन्हे उपेक्षित कर दिया था। वर्तमान सरकार योगी श्री आदित्यनाथ जी व प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व् मे अज्ञात इतिहास को खोजने का व महाराजा सुहेलदेव को उनकी वास्तविक प्रतिष्ठा दिलाने का कार्य कर रही है जो अत्यंत सराहनीय है। 

भारत सरकार ने वर्ष 2018 में उनकी स्मृति में एक डाक टिकट जारी किया था।

  इस अवसर पर महाराजा सुहेल देव की जीवनी पर आधारित एक वृत्तचित्र का प्रदर्शन भी प्रोजेक्टर के माध्यम से किया गया। जिससे छात्राओं को सुहेलदेव जी के विषय मे अनेक बहुमुल्य जानकारियां मिलीं। 

    इसके उपरांत महाराजा सुहेलदेव जी पर आधारित एक चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमे तहुरा अंजुम बीए द्वितीय वर्ष व शिवानी बीए तृतीय वर्ष को प्रथम स्थान , मुस्कान बीए प्रथम वर्ष को द्वितीय स्थान तथा एकता सैनी बीए प्रथम वर्ष को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। 

    महाराजा सुहेलदेव जयंती के सिलसिले मे आयोजित कार्यक्रमों की शृंखला मे स्वतंत्रता आंदोलन तथा मध्यकालीन व आधुनिक इतिहास से संबंधित पुस्तकों की प्रदर्शनी भी लगाई गई। इस दौरान राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई व रेंजर्स से जुड़ी हुई छात्राएं विशेष रूप से उपस्थित रहीं। 

   

    राष्ट्रगान के साथ समारोह का समापन किया गया। इस मौके पर डा. बृजेश राठी, डा विजेंद्र सिंह व  लिपिक पिंटू लाल उपस्थित रहे। कार्यक्रमों का संचालन व संयोजन  समरोहक डा. रामायन राम ने किया।