Wednesday, 24 February 2021

रा से यो का तृतीय एकदिवसीय शिविर सम्पन्न

 राजकीय महिला स्ताकोत्तर महाविद्यालय कांधला शामली के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई का तृतीय एक दिवसीय शिविर आज संपन्न हुआ। 

  इसके अंतर्गत शिविरार्थी स्वयंसेवी छात्राओं ने परिसर के अंदर व आस पास स्वच्छता अभियान संचालित किया। 'एक कदम स्वच्छता की ओर' थीम पर आधारित आज के एक दिवसीय सामान्य शिविर का प्रारंभ आज पूर्वान्ह 10:पर हुआ। 

      श्रमदान के अंतर्गत छात्राओं ने परिसर के अंदर व बाहर सफाई की। इसके अतिरिक्त पौधों की सफाई, निराई गुड़ाई करते हुए उनकी सिंचाई भी की। 

     श्रमदान का नेतृत्व कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती अंशु ने किया। इसके उपरांत बौद्धिक सत्र के अंतर्गत पर्यावरण संरक्षण व स्वच्छता विषय पर परिचर्चा की गई। महाविद्यालय मे प्रतिमाह आयोजित होने वाले थीम बेस्ड लिट फेस्ट के अंतर्गत पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता कार्यक्रम के   अंतर्गत यह परिचर्चा आयोजित हुई। जिसमे वक्ता के रूप में बोलते हुए प्रवक्ता हिंदी डा. रामायन राम ने कहा कि प्रकृति के व्यवहार में निरंतर आ रहे परिवर्तन इस बात का संकेत है पर्यावरण पर संकट गहरा हो रहा है। उत्तराखंड में पिछले दिनों ग्लेशियर फटने की घटना से यह पता चलता है कि प्रकृति के साथ छेड़ छाड़ का दुष्प्रभाव आपदाओं के रूप मे सामने आ रहा है। उन्होंने कहा कि हमे व्यक्तिगत व सामुदायिक स्तर पर पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रयास करना चाहिए। व्यक्तिगत स्वच्छता के साथ साथ पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुनाफे के लिए प्रकृति से छेड़ छाड़ बंद करनी होगी। 

    कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो श्रीमती प्रमोद कुमारी ने कहा कि स्वच्छता व पर्यावरण संरक्षण आज हमारे जीवन का सबसे बड़ा प्रश्न है। आज जिस तरह संसाधनों के अबाध दोहन के कारण प्रकृति नष्ट हो रही है उसके कारण मनुष्य की भावी पिढियाँ संकट में पड़ जायेगी। अतः हमे सीमित उपभोग व प्राकृतिक जीवन शैली अपनानी होगी। उन्होंने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने 2 अक्तुबर 2014 को स्वच्छ भारत मिशन शुरू किया था ताकि हम अपने पर्यावरण को स्वच्छ व सुंदर बना सकें। इसके लिए हम सभी को मिल कर प्रयास करना होगा। 

     इस दौरान छात्राओं ने भी अपने विचार रखे। संचालन कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती अंशु ने किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकगण उपस्थित रहे।