आज दिनांक 01/02/2021 को राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय शिविर के पंचम दिवस की शुरुआत योग ,प्रार्थना ,शारीरिक व्यायाम, श्रमदान के साथ हुई। इसके पश्चात स्वयं सेविका माफिया सैफी ने श्रेष्ठ विचार " लक्ष्य एक होता है और रास्ते अनेक, कभी रास्ता बंद हो जाए तो रास्ता बदलो, लक्ष्य नहीं" दिया जिसपर अन्य स्वं सेविकाओं ने अपने विचार रखे।
शिविर के प्रथम पहर में छात्राओं ने शिविर स्थल के आस पास की बस्ती की दीवारों पर नारा लेखन किया। पांच अलग अलग टोलियों में बंटकर स्वयंसेविकाओं ने स्वच्छता, शिक्षा, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ ,वृद्धों के सम्मान में व नैतिक मूल्यों से संबंधित नशा मुक्ति , शिक्षा , स्वच्छता इत्यादि विषयों से सम्बन्धित नारों को बस्ती के लोगो को जागरूक करने हेतु दीवारों पर लिखा और अन्य पांच छात्राओं की टोली ने शिविर स्थल व उसके बाहर श्रमदान हेतु झाड़ू लगाई , नालियां साफ की , क्यारियां बनाई व पौधों में पानी दिया। इसके पश्चात भोजन अवकाश में शिविर में सहभोज का आयोजन हुआ जिसमें शिविर की सभी स्वयंसेविकाओ , महाविद्यालय के समस्त स्टाफ ने प्रतिभाग किया।
इसके पश्चात द्वितीय बौद्धिक सत्र में , " युवाओं में नैतिक मूल्यों का ह्रास कारण व निवारण " विषय पर बौद्धिक परिचर्चा का आयोजन हुआ। जिसमें स्वयं सेविका शालू, विभांशी, खुशबू, महवीश, नोरिन, मनीषा, कुलसुम, मरुक, स्नेहा ने समूह परिचर्चा में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी अंशु सिंह ने बोलते हुए कहा कि आज का युवा अपने नैतिक मूल्यों और संस्कृति को भूलता जा रहा है और तकनीकी का दुरुपयोग करके अपना समय बर्बाद कर रहा है ।
सभी कार्यक्रमों का संचालन कार्यक्रम अधिकारी अंशु सिंह के निर्देशन में पूर्ण हुआ ।इस अवसर पर महाविद्यालय का समस्त स्टाफ उपस्थित रहा। कार्यक्रम का अंत राष्ट्रगान के साथ किया गया।