Saturday, 26 September 2020

पं. दीनदयाल उपाध्याय जयन्ती

 • राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय कांधला शामली में पं. दीन दयाल उपाध्याय की जयंती मनाई गई। 


कांधला/२५ सितंबर / राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय कांधला शामली में दिनांक २५ सितंबर२०२० को महान चिंतक व दार्शनिक व एकात्म मानववाद के प्रणेता पं दीन दयाल उपाध्याय की जयंती का आयोजन किया गया। 

      इस आयोजन का शुभारंभ करते हुए महाविद्यालय की प्राचर्या प्रो. श्रीमती प्रमोद कुमारी ने पं दीन दयाल उपाध्याय के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन कर पुष्पांजलि अर्पित की। महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक व समाजशास्त्र विभाग प्रभारी डा. बृजभूषण व अन्य उपस्थित प्राध्यापकों ने दीन दयाल उपाध्याय के चित्र पर पुष्प अर्पित किया। 

    इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. श्रीमती प्रमोद कुमारी ने कहा कि पं दीन दयाल उपाध्याय जी भारतीय चिंतन परंपरा व दर्शन के अप्रतिम मनीषी थे। उन्होंने विश्व के समक्ष एकात्म मानववाद दर्शन प्रतिपादित किया। यह विचार प्रणाली समस्त मानव की एकता की बात करती है। मनुष्य के सभी भेदों को समाप्त करके केवल मनुष्य की पहचान कायम करने की बात करती है। जाति, पंथ व क्षेत्र के आधार पर किसी भी विभाजन को अस्वीकार करते हुए एकात्म मानववाद की प्रतिष्ठा पं दीन दयाल जी ने की थी। उन्होंने अंत्योदय के सिद्धांत का भी  प्रतिपादन किया था जिसके अंतर्गत उन्होेंने समाज के सबसे अंतिम व्यक्ति के विकास पर बल दिया। उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी एकात्म-मानववाद के ही आधार पर अपनी नीतियां बना रहे हैं व राष्ट्र के एकीकरण के लिए प्रयासरत हैं। 

     डा. बृजभूषण जी ने कहा कि आज पूरे विश्व को पं दीन दयाल जी के विचारों को अपनाने की जरूरत है।

 उनके अनुसार अपने राष्ट्र की उन्नति के लिए व्यक्ति परिवार समाज की उन्नति आवश्यक है। मानववाद की परिधि के केंद्र मे व्यक्ति है। कार्यक्रम का संचालन समरोहक डा. रामायन राम ने किया। 

    इस अवसर पर डा. बृजभूषण  डा.प्रदीप कुमार डा.विनोद कुमार, डा. रामायन राम व समस्त शिक्षणेतर कर्मचारी उपस्थित रहे।