● राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय,कांधला शामली में डिजिटल माध्यम से सम्पन्न हुआ पुरातन छात्रा सम्मेलन!
● पुरातन छात्राओं ने साझा कीं अपनी यादें,महाविद्यालय के महत्व को रेखंकित किया।
● कोविड 19 के कारण पुरातन छात्रा परिषद को यथावत रखने का निर्णय लिया गया,अन्य कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव लाए गए।
कांधला/22 जून/ राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कांधला, शामली के सत्र 2019-20 का पुरातन छात्रा सम्मेलन आज दिनांक 22 जून को डिजिटल माध्यम से ज़ूम एप्प पर अयोजित किया गया। सम्मेलन का शुभारम्भ महाविद्यालय की प्राचार्या एवं कार्यक्रम की अध्यक्षा प्रो श्रीमती प्रमोद कुमारी ने सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया जिसमें महाविद्यालय की छात्रा आँचल,रिया पंवार व गुलशन ने सरस्वती वन्दना के वैदिक मंत्रों का ऑनलाइन सस्वर पाठ किया।तत्पश्चात् रिया जैन व इति जैन ने महाविद्यालय का कुलगीत प्रस्तुत किया। पुरातन छात्रा सम्मेलन की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्या श्रीमती प्रो. प्रमोद कुमारी ने की।वे आज के पुरातन छात्रा सम्मेलन में दोहरी भूमिका में रहीं, अध्यक्ष के अतिरिक्त वे महाविद्यालय की पुरातन छात्रा के रूप में भी उपस्थित रहीं।
पुरातन छात्रा के रूप में सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने अपने महाविद्यालयी जीवन की स्मृतियों को पुनर्जीवित किया।उन्होंने अपनी प्राध्यापिकाओं को याद करते हुए अपने सफल अकादमिक जीवन मे उनकी भूमिकाओं को रेखंकित किया।उन्होंने अपनी सहपाठिनी विभूति अग्रवाल एवं राजन आर्या की यादों को भी ताजा किया जो कि सम्मेलन में उपस्थित थी।अपनी यादों को वर्णित करने के क्रम मे उन्होंने इस क्षेत्र की छात्राओं के लिए इस महाविद्यालय की निर्णायक भूमिका को रेखांकित किया जो यहां की छात्राओं की उच्च शिक्षा प्राप्ति हेतु सर्वाधिक उपयुक्त एकमात्र विकल्प है। उन्होंने कहा कि आज भी वे इस महाविद्यालय को मंदिर मानती हैं और प्रतिदिन महाविद्यालय में प्रवेश करते हुए, महाविद्यालय की देहरी को प्रणाम करती हैं।
आज के पुरातन छात्र सम्मेलन को राजन आर्या विभूति अग्रवाल, संगीता तोमर, ईरा कलशाण,लक्ष्मी शर्मा,स्वाती जैन,रेणु,निदा मिर्ज़ा,सुमेरा मिर्ज़ा,सुरभि जैन,यशी गर्ग,सोनिया, प्रियंका प्रकाश इत्यादि पुरातन छात्राओं ने संबोधित करते हुए महाविद्यालय की उन्नति हेतु अमूल्य सुझाव दिए।सभी पुरातन छात्राओं ने महाविद्यालय में बिताए अपने जीवन की यादों को साझा किया।
पुरातन छात्रा समिति के प्रभारी डॉ. बृजभूषण जी ने पुरा छात्राओं से महाविद्यालय के शैक्षणिक व खेल कूद सम्बन्धी गतिविधियों को संचालित करने हेतु सहयोग प्रदान करने का आह्वान किया।उन्होंने गत वर्ष एकत्रित धन को विकलांग छात्राओं के लिए सुविधाएं विकसित करने हेतु व्यय करने का भी सुझाव दिया।
पुरातन छात्रा परिषद की सचिव डॉ. संगीता तोमर ने कोविड 19 से उत्पन्न विपरीत परिस्तिथि के कारण इस वर्ष पुरातन छात्र परिषद को यथावत रखने तथा महाविद्यालय खुलने के पश्चात निर्वाचन के जरिये नई समिति चुनने का प्रस्ताव रखा गया जिसे सभी ने सहर्ष स्वीकार किया।समिति ने पिछले वर्ष की एकत्रित धनराशि को महाविद्यालय खुलने के पश्चात महाविद्यालय पुरातन छात्रा समिति द्वारा व्यय करने हेतु अधिकृत किया।इसके अतिरिक्त पूर्व छात्राओं की ओर से एक वार्षिक या अर्धवार्षिक पत्रिका प्रकाशित करने के प्रस्ताव पर भी विचार किया गया साथ ही पुरातन छात्र समिति का बैंक खाता खुलवाने का निर्णय लिया गया।
इसके पश्चात महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. , श्रीमती प्रमोद कुमारी ने कहा कि पुरा छात्राओं ने महाविद्यालय में अपने जीवन व भविष्य को आकार दिया है,वे आजीवन इसकी ऋणी रहेंगी।छात्राएं भी आजीवन महाविद्यालय परिवार से जुड़ी रहना चाहती हैं।इस जुड़ाव को आधार प्रदान करने के लिए पुरातन छात्र परिषद की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण है।उन्होंने कहा कि हम यह सम्मेलन मार्च के महीने में भव्य तरीके से करना चाहते थे लेकिन कोविड 19 के कारण हम यह सम्मेलन डिजिटल माध्यम से आयोजित कर रहे हैं।उन्होंने सभी छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य की शुभकामना दीं।
सम्मेलन का संचालन प्रवक्ता संस्कृत डॉ. विनोद कुमार ने किया।आभार ज्ञापन सह संयोजक प्रवक्ता राजनीति शास्त्र डॉ. पंकज चौधरी ने दिया।राष्ट्रगीत के साथ कार्यक्रम समाप्त हुआ।
इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकगण डॉ बृजभूषण,डॉ. विजेंद्र सिंह,डॉ बृजेश राठी,डॉ. विशाल कुमार,डॉ दीप्ति चौधरी,डॉ. प्रदीप कुमार,डॉ. सुनील कुमार,श्रीमती सीमा सिंह,श्रीमती अंशु सिंह व डॉ. रामायन राम उपस्थित रहे।