Friday, 31 January 2020

निर्मल गंगा जागरूकता अभियान के अन्तर्गत प्रश्नोत्तरी             एवं भाषण प्रतियोगिताओं का आयोजन

आज दिनांक 31-1-2020 को राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय कांधला शामली में निर्मल गंगा जागरूकता अभियान  के अन्तर्गत डॉ पंकज चौधरी ने गंगा की भौगोलिक स्थिति से परिचय कराते हुए कहा कि गंगा का उद्गम स्थल गंगोत्री का ग्लेशियर है जहाँ इसे भागीरथी कहा जाता है इसके बाद मन्दाकिनी एवं अलकनंदा के रूप में बहती हुई यह हरिद्वार में समतल भूभाग पर बहती हुई गंगा  कहलाती है।इस प्रकार उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश,बिहार झारखण्ड एवं पश्चिम बंगाल होते हुए यह बंगाल की खाड़ी में गिर जाती है।इस सम्पूर्ण यात्रा में प्रयाग में यमुना नदी के संगम के साथ साथ इसमें दक्षिण पूर्व से बहती हुई अनेक छोटी बड़ी नदियां भी मिल जाती  हैं।बंगाल में यह दो भागों में बंट जाती है एक हुगली एवं दूसरी गंगा।बांग्लादेश में यही पद्मा कहलाने लगती है। इस प्रकार भारत के एक बड़े विस्तृत भूभाग पर बहने के कारण तथा इसकी पवित्रता को ध्यान में रखते हुए इसकी शुद्धता को सुरक्षित रखने हेतु हमें भगीरथ प्रयास करना चाहिए।इस अवसर पर प्रश्नोत्तरी एवं भाषण प्रतियोगिताओं का आयोजन किया।प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में तृतीय वर्ष की छात्राएं सोबिया एवं पूजा देवी क्रमशः प्रथम एवं द्वितीय स्थान पर रहीं जबकि बी ए द्वितीय वर्ष की छात्रा काजल जैन ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।गंगा की निर्मलता एवं जलसंरक्षण विषय पर आयोजित प्रतियोगिता में काजल जैन प्रथम उज्ज्वल द्वितीय व पारुल तृतीय स्थान पर रहीं।प्रतियोगिताओं का आयोजन एवं कार्यक्रम का संचालन डॉ दीप्ति चौधरी द्वारा किया गया।इस अवसर पर डॉ ब्रिजेश राठी,डॉ विजेंद्र सिंह,डॉ विनोद कुमार,डॉ रामायन राम,डॉ प्रदीप कुमार आदि उपस्थित रहे।