आज दिनाँक 13 सितम्बर 2025 को राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय कांधला शामली में " हिंदी दिवस" दिवस के अवसर पर हिंदी दिवस समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत प्राचार्य प्रो. बृजभूषण ने माँ सरस्वती की प्रतिमा समक्ष दीपप्रज्वलन कर पुष्पांजलि अर्पित की। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य प्रो. बृजभूषण ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि सभी राष्ट्रों की अपनी पहचान उसकी भाषा है और भारत राष्ट्र की विशेषता भाषाई विविधता है। भारतीय संस्कृति को इन्हीं भाषायी विविधता और उनके लेखकों ने संजोकर रखा है। रचनाएं किसी भी भाषा को समृद्ध बनाती हैं। व्यापार की रणनीति में भाषायी एवं सांस्कृतिक संघर्ष भी विश्व में बढ़ रहा है। आज के समय जिस तरह अंग्रेजी का बोलबाला है , आने वाले समय में हिंदी, चीनी, रूसी भाषा का विश्व स्तर पर प्रभाव बढ़ेगा।जिसमें हिंदी अपना परचम लहराएगी। आज भाषायी प्रभुत्व बदल रहा है जिसमें हिंदी तेजी से आगे बढ़ रही है ।उन्होंने कहा कि भाषायी संघर्ष अनावश्यक है बल्कि बहुभाषिकता समृद्धि की पहचान है।हमें हमेशा विभिन्नताओं का आनंद लेना चाहिए। इस अवसर पर लघु कथा एवं लघु काव्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। निर्णायक मंडल डॉ सीमा सिंह, डॉ पंकज चौधरी एवं डॉ श्याम बाबू ने छात्राओं का मूल्यांकन किया। लघु काव्य प्रतियोगिता में प्रथम स्थान मुस्कान,सादिया एवं प्रिंसी सैनी, द्वितीय स्थान तेहरीन एवं तृतीय स्थान महविश ने तथा लघु कथा प्रतियोगिता में प्रथम स्थान तेहरीन, द्वितीय स्थान महविश एवं तृतीय स्थान मुस्कान ने प्राप्त किया। प्राचार्य प्रो.बृज भूषण ने प्रतियोगिता का परिणाम घोषित किया एवं छात्राओं सृजनात्मक प्रयास के लिए प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम का आयोजन हिंदी विभाग के प्रभारी डॉ श्याम बाबू ने किया।