आज मार्गशीष शुक्ल एकादशी तदनुसार 14 दिसम्बर 2021 को राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय कांधला शामली में गीतानुशीलन प्रतियोगिता तथा प्रसार व्याख्यान का आयोजन हुआ।दीपप्रज्वलन एवं सरस्वती वन्दना के वैदिक मंत्रों के साथ कार्यक्रम का शुभ आरम्भ हुआ।कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो प्रमोद कुमारी ने की।प्रसार व्याख्यान हेतु दिगंबर जैन कॉलेज बड़ौत की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ रुचि गुप्ता पधारी जो कि राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय कांधला की ही भूतपूर्व छात्रा रही हैं।उन्होंने अपने प्रसार व्याख्यान में गीता के दार्शनिक महत्व को प्रतिपादित करते हुए बताया कि गीता एक दार्शनिक ग्रन्थ है न कि धार्मिक ग्रन्थ जो कि प्रत्येक मनुष्य का पथ प्रदर्शन करती है चाहे वह किसी भी धर्म, मत या समुदाय का व्यक्ति हो।श्रीकृष्ण ने जो उपदेश अर्जुन को दिया उसी के फल स्वरूप अर्जुन अधर्म का पक्ष लेने वाले अपने सगे संबंधियों से युद्ध कर पाया।इसलिए हर हाल में सर्वप्रथम अपने कर्तव्य का पालन करना ,गीता हमें सिखाती है। इस अवसर पर डॉ रुचि गुप्ता गीतानुशीलन प्रतियोगिता की निर्णायिका भी रहीं जिसमें अपनी रुचि के साथ 15 छात्राओं ने प्रतिभाग किया।प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर पूनम रानी बी ए तृतीय वर्ष रही। बी ए द्वितीय वर्ष की छात्रा नीशू चौहान ने द्वितीय स्थान तथा बी ए द्वितीय वर्ष की ही छात्रा साक्षी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। सभी छात्राओं ने 12 श्लोकों का कंठस्थीकरण कर सुन्दर ढंग से प्रस्तुति दी। महाविद्यालय की प्राचार्या ने सभी छात्राओं के शुद्ध उच्चारण एवं गायन की भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए उनको संस्कृत में वार्तालाप करने एवं भविष्यनिर्माण हेतु मार्गदर्शन किया।कार्यक्रम का आयोजन डॉ विनोद कुमार, संस्कृतविभाग द्वारा किया गया जिसमें डॉ बृजभूषण ,डॉ रामायन राम,डॉ नयना शर्मा आदि प्राध्यापकों की गरिमामय उपस्थिति रही। राष्ट्रगीत के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।