राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय कांधला शामली में आज दिनांक 26-1-2021 को 72वां गणतंत्र दिवस हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया।
सर्व प्रथम महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो श्रीमती प्रमोद कुमारी ने सुबह 10 बजे राष्ट्रीय ध्वज फहराया। ध्वाजारोहण के बाद राष्ट्र गान व झंडा गीत विजयी विश्व तिरंगा प्यारा का गायन प्राचार्या, समस्त प्राध्यापकों व छात्राओं द्वारा किया गया।
समरोहक डा. रामायन राम ने निदेशक, उच्च शिक्षा, प्रयागराज उत्तर प्रदेश के संदेश का वाचन किया।
इसके पश्चात आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों के तहत राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई की स्वयम् सेवी छात्राओं ने देश भक्ति गीत, कविता, भाषण व प्रेरक सूक्तियाँ प्रस्तुत किया।
विचार गोष्ठी के क्रम में आज के कार्यक्रम की मुख्य वक्ता अंग्रेज़ी विभाग की प्रभारी डा. दीप्ति चौधरी ने कहा कि गणतंत्र दिवस भारत की संप्रभुता का प्रतीक है। आज ही के दिन भारत देश का संविधान अंगीकार किया गया था। उन्होंने कहा कि देश भक्ति की भावना केवल राष्ट्रीय पर्वों पर नहीं बल्कि प्रतिदिन अभिव्यक्त होनी चाहिए। हमें अपने रोजमर्रा के जीवन में देश भक्ति व राष्ट्र प्रेम की भावना को अपनाना चाहिए।
प्रवक्ता संस्कृत डा. विनोद कुमार ने कहा कि इस साल गणतंत्र दिवस पूर्व से काफी अलग है। इस बार प्रधानमंत्री जी गणतंत्र दिवस के कार्यक्रमों की शुरुआत इंडिया गेट से नहीं बल्कि नेशनल वार मेमोरियल से कर रहे हैं जहां पर अब अमर जवान ज्योति को स्थानांतरित कर दिया गया है। वर्तमान सरकार अनेक छोटे छोटे परिवर्तन कर रही है।
समाज शास्त्र विभाग के प्रवक्ता डा. बृज भूषण ने कहा कि भारतीय राष्ट्र को राष्ट्र विरोधी विचार के लोगों से बचाना होगा। एक अदृश्य विचार है जिसने 42वां संविधान संशोधन कराया और हमारी प्रारम्भिक आर्थिक नीतियां भी उसी विचार के प्रभाव मे बनी। उनसे देश कमजोर हुआ है। उन्होंने कहा कि नई पीढी बदलाव चाहती है।
कार्यक्रम की अध्यक्षा महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. श्रीमती प्रमोद कुमारी ने कहा कि गणतंत्र दिवस हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण होता है। उन्होंने कहा कि भारत का संविधान लचीला भी है और कठोर भी है। संविधान के समक्ष सभी मनुष्य बराबर हैं। धर्म, लिंग ,जाति व रंग के आधार पर कोई भेदभाव नहीं है। सभी को भारत के संविधान को मानना अनिवार्य है। किसी को भी संविधान के विरोध करने का अधिकार नहीं है। उन्होंने 'हिंद देश के निवासी सभी जन एक हैं' काव्य पंक्तियों के माध्यम से भारतीय गणतंत्र की विशेषता को बताया। उन्होंने कहा कि भारत के संविधान को तैयार करने में बाबा साहब डा. अंबेडकर के साथ साथ देश के सभी नेताओं का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि आज देश के सामने अनेक चुनौतियाँ हैं। हमें उनका सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए। पर्यवरण का संकट एक बड़ी समस्या है। अपने अपने व्यक्तिगत स्तर पर स्वच्छता व पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रयास करना चाहिए।
कार्यक्रम का संचालन व धन्यवाद ज्ञापन समरोहक डा. रामायन राम ने किया। राष्ट्र गीत के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ।
इसके साथ ही आज महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई का द्वितीय एक दिवसीय शिविर का आयोजन भी किया गया। कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती अंशु के नेतृत्व में स्वयं सेवी छात्राओं ने महाविद्यालय परिसर मे स्वच्छता हेतु श्रमदान किया। व पौध रोपण का कार्य किया। पौध रोपण का शुभारंभ प्राचार्या प्रो श्रीमती प्रमोद कुमारी ने किया।
गणतंत्र दिवस व रासेयो शिविर के कार्यक्रमों मे महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकगण व अशैक्षणिक स्टाफ उपस्थित रहा।