Saturday, 23 January 2021

नेताजी सुभाष जयन्ती

 राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय कांधला में आज दिनांक 23 /01/2021 को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के पावन अवसर पर  साहि. सांस्कृतिक परिषद द्वारा विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया । कार्यक्रम का शुभारंभ अध्यक्षता प्राचार्या प्रोफेसर श्रीमती प्रमोद कुमारी एवं महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकों द्वारा नेताजी के चित्र पर माल्यार्पण  एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुआ।  इस विचार गोष्ठी में सर्वप्रथम डॉ पंकज चौधरी (प्राध्यापक राजनीति शास्त्र) ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जीवन पर प्रकाश डाला।उनके जीवन से जुड़ी घटनाओं के विषय में बताते हुए उन्होंने कहा कि नेताजी ने आई.सी.एस की सेवाओं को छोड़कर देश की आजादी के लिए राष्ट्रीय आंदोलन से अपना संबंध बनाया। वह अपनी दूरदर्शिता, कौमी एकता ,नेतृत्व क्षमता एवं राष्ट्रभक्ति के लिए अनुकरणीय हैं ।गांधीजी से मतभेद होने पर भी उन्होंने उन्हें राष्ट्रपिता के नाम से संबोधित किया। पंकज जी के उपरांत डॉक्टर बृजेश राठी (प्राध्यापक वनस्पति विज्ञान) ने नेताजी के प्रेरणादाई जीवन का विस्तृत वर्णन किया। उन्होंने बताया कि नेताजी नेअपने उग्र विचारों के साथ युवा वर्ग में ऊर्जा और जोश भरने के लिए 'दिल्ली चलो' ,  'तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा' आदि नारों के साथ पूरे देश में राष्ट्रभक्ति की लहर का संचार किया। नेताजी का जीवन पूरी तरीके से राष्ट्रहित में समर्पित था एवं आज भी सुभाष जी न आपने अपने प्रेरणादायी जीवन के कारण बल्कि अपनी रहस्यमयी मौत के कारण भी देशवासियों की चर्चा का विषय रहते हैं। अपने संबोधन में उन्होंने छात्राओं को बोस जी की जीवनी पढ़ने के लिए प्रेरित किया ।कार्यक्रम के अंत में प्राचार्या श्रीमती प्रमोद कुमारी जी ने छात्राओं को संबोधित करते हुए बताया कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस में बुद्धि बल एवं शक्ति बल दोनों ही था ।आई.सी.एस में चौथी रैंक प्राप्त करने पर भी राष्ट्रप्रेम की भावना के साथ उन्होंने भारतीय राजनीति में प्रवेश किया। क्रांतिकारी विचारों के कारण उन्होंने लाल बाल पाल के साथ गरम दल में सहभागिता की । उनके नेतृत्व में आजाद हिंद फौज के कारण अंग्रेजों के अधीन भारतीय सेना का जुडाव भी आजाद हिंद फौज के साथ हो गया था । भारत की आजादी में सुभाष जी के योगदान को पहचानने के लिए उनके द्वारा दिया गया 'जय हिंद' के नारे की प्रसिद्धि ही काफी है । कार्यक्रम का संचालन डॉ दीप्ति चौधरी (प्राध्यापक अंग्रेजी) द्वारा किया गया। कार्यक्रम का समापन संचालिका द्वारा उपस्थित छात्र-छात्राओं ,प्राध्यापकाे एवं प्राचार्या को धन्यवाद ज्ञापन के साथ एवं राष्ट्रगान के गायन के साथ  हुआ।