Saturday, 7 March 2020

आज दिनांक 07/03/2020 को राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय काधंला में महिला प्रकोष्ठ के तत्वावधान में अंतराष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन किया गया।महाविद्यालय में प्रत्येक वर्ष यह आयोजन छात्राओं में महिलाओं से संबंधित अधिकारों एवं उनके हित में बनाये गए कानूनों की जानकारी देने एवं आत्मविश्वास व जागरूकता फैलाने की दृष्टि से किया जाता है।कार्यक्रम के आरंभ में महिला प्रकोष्ठ की संयोजक डॉक्टर दीप्ति चौधरी ने समस्त उपस्थित प्राध्यापकों एवं छात्राओं को अंतराष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई देते हुए इस दिन के महत्व पर प्रकाश डाला। यह दिवस विश्व में महिलाओं की उपलब्धियों की खुशी मानने हेतु मनाया जाता है। साथ ही महिलाओं के विरूद्ध होने वाले अत्याचारों के विषय मैं उन्हें सतर्क एवं जागरूक किया जाता है। महिला प्रकोष्ठ की सदस्या श्रीमती सीमा सिंह एवं श्रीमती अंशू द्वारा छात्राओं को यू जी सी द्वारा महिला छात्राओं को पोस्ट डॉक्टरल फैलोशिप, स्वामी विवेकानंद फेलोशिप, अकेली लड़की संतान को मिलने वाली इंदिरा गांधी छात्रवृति के विषय में संबोधित किया गया। उन्होंने महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अत्याचारों के विषय में शिकायत टोल फ्री नंबर एवं कानूनों के विषय में भी बताया।
 कार्यक्रम मैं उपस्थित डॉक्टर बृजेश राठी, डॉक्टर सुनील कुमार एवं डॉक्टर प्रदीप कुमार ने वैश्विक स्तर पर उन्नति के लिए महिला एवं पुरुषों की समान रूप से सहभागिता पर जोर दिया। उन्होनें अपने संबोधनों के माध्यम से छात्राओं को अपने साथ होने वाले व्यवहार एवं अन्याय की समीक्षा करने तथा अपनी समस्याओं पर खुलकर विचार रखने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ विशाल कुमार ने अपने संबोधन में कहा की समाज में महिला एवं पुरुषों दोनों का अलग एवं विशेष स्थान है। हमें स्वयं की जिम्मेदारी के निर्वहन के साथ दूसरे पक्ष की समस्याओं एवं उनके महत्व को स्वीकारना चाहिए। जब तक नारी एवं पुरुष दोनों ही एक दूसरे को सबल नहीं मानेंगे तब तक हमें एक स्वस्थ समाज नही मिलेगा। छात्राओं द्वारा भी इस अवसर पर अपने विचार प्रस्तुत किए गए।