Wednesday 17 April 2024

चतुर्थ दिवस पर शिविर का शुभारंभ

 आज दिनाँक 18.03.2024 को राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय कांधला शामली में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के सात दिवसीय विशेष शिविर के चतुर्थ दिवस पर शिविर का शुभारंभ स्वयं सेविकाओं द्वारा ईश्वर की वंदना, राष्ट्रीय सेवा योजना के लक्ष्य गीत व सूर्य नमस्कार के साथ किया गया। शिविर में प्रतिभाग कर रहीं स्वयं सेविकाओं ने शिविर स्थल पर सफाई व परिसर की धुलाई कर स्वच्छता के लिए श्रमदान किया। तत्पश्चात शिविर के प्रथम सत्र में ही स्वयं सेविकाओं ने जन समुदाय के बीच नुक्कड़ नाटक के माध्यम से नशा मुक्ति, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, महिला शिक्षा की आवश्यकता व स्वच्छता आदि विषयों को सम्मिलित करते हुए बस्ती के लोगों को जागरूक किया। इसके पश्चात बौद्धिक सत्र में प्राचार्या प्रोफेसर (श्रीमती) प्रमोद कुमारी की अध्यक्षता में मतदाता जागरूकता हेतु मतदाता साक्षरता क्लब(E.L.C) द्वारा मतदान प्रतिशत बढ़ाने के संदर्भ में एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया। जिसमें महाविद्यालय  की  मतदाता साक्षरता क्लब की ब्रांड एंबेसडर चंचल गर्ग और शाजिया जंग ने कहा कि हमें अपने मतदान बढ़ाने के लिए घर घर जा के जागरूक करना होगा। वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ ब्रिजेश कुमार राठी ने कहा कि एन एस एस व रेंजर्स की छात्राओं की खासकर जिम्मेदारी बनती है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक करें। छात्राओं द्वारा रैली निकालकर, नारा लेखन व डोर टू डोर संपर्क करके मतदान प्रतिशत बढ़ाया जा सकता है। जिससे हम एक मजबूत लोकतंत्र दे सके।कार्यक्रम का संचालन कर रहे मतदाता साक्षरता क्लब के संयोजक डॉ श्याम बाबू ने कहा कि मतदान के दिन सभी शिक्षण संस्थान बंद होते है इसलिए हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपने घर व आसपास के असमर्थ लोगों को मतदान स्थल तक पहुचाने में मदद कर सकते है। यदि प्रत्याशियों में कोई भी उन्हें योग्य नहीं लगता है तो आप उन्हें नोटा पर बटन दबाने के लिए प्रेरित करें। वर्कशॉप के अंत में कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहीं प्राचार्या प्रोफेसर (श्रीमती) प्रमोद कुमारी ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज इस लोकसभा चुनाव में प्रत्येक पार्टी ने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। हमें सबसे पहले यह देखना है कि जो भी प्रत्याशी खड़ा है वह योग्य है कि नहीं, वह हमारे क्षेत्र की मूलभूत समस्याओं से अवगत है कि नहीं। इस सबको देख के मतदान करना है। वोट का अधिकार सबसे बड़ा अधिकार है। लोकतंत्र के इस महायज्ञ में हमें आहुति देने को तैयार रहना है।जो भी व्यक्ति अस्वस्थ हैं उनकी मदद करें। आस पास के लोगों को एक एक  वोट के महत्व को समझाएं। सब को यह तय करना है कि सभी मतदाता मतदान स्थल तक जा के वोट जरूर डालें। शिविर का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया।