Wednesday, 26 February 2025

राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के सात दिवसीय विशेष शिविर के सप्तम दिवस(अंतिम दिन) शिविर का शुभारंभ

 आज दिनाँक 24.02.2025 को राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय कांधला शामली में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के सात दिवसीय विशेष शिविर के सप्तम दिवस(अंतिम दिन) शिविर का शुभारंभ प्रार्थना, राष्ट्रीय सेवा योजना के लक्ष्य गीत एवं व्यायाम के साथ हुआ। इसके उपरांत सड़क सुरक्षा प्रतियोगिता और पर्यावरण एवं जल संरक्षण पर पोस्टर प्रतियोगिता आयोजित की गई। सड़क सुरक्षा प्रतियोगिता में  प्रथम स्थान जारा,द्वितीय स्थान मुशय्यदा एवं तृतीय स्थान अनुष्का और पर्यावरण एवं जल संरक्षण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान जैनब, द्वितीय स्थान शमा एवं तृतीय स्थान सिद्रा ने प्राप्त किया। निर्णायक मंडल में डॉ दीप्ति चौधरी,डॉ पंकज चौधरी एवं डॉ श्याम बाबू शामिल थे। शिविर के द्वितीय सत्र में सात दिवसीय विशेष शिविर कार्यक्रम का समापन समारोह आयोजित किया गया। जिसमें महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. प्रमोद कुमारी कार्यक्रम की अध्यक्षा एवं श्री नजमुल इस्लाम(अध्यक्ष, नगर पालिका परिषद कांधला शामली) मुख्य अतिथि रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्या एवं मुख्य अतिथि ने माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन  तथा पुष्पांजली अर्पित करके किया। स्वयंसेविका अर्शी एवं शाहीन ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत किया। इसी क्रम में स्वयंसेविका अर्शी,जैनब,शाहीन के द्वारा महाविद्यालय का कुलगीत प्रस्तुत किया। प्राचार्या प्रो.प्रमोद कुमारी के नेतृत्व में राष्ट्रीय सेवा योजना के लक्ष्य गीत का सामूहिक गान हुआ। इसके बाद राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ श्याम बाबू ने सात दिवसीय शिविर विशेष शिविर में हुए कार्यक्रमों की संक्षिप्त आख्या प्रस्तुत की। तत्पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रम में एकल देश भक्ति गीत, समूह गीत, एकल नृत्य, युगल नृत्य एवं समूह नृत्य प्रस्तुत किया गया। शिविर में हुई प्रतियोगिता के विजेताओं एवं समूह को प्राचार्या एवं मुख्य अतिथि द्वारा पुरस्कार दे कर प्रोत्साहित किया । सात दिवसीय विशेष शिविर के अनुभवों को मुशय्यदा एवं कविता रानी ने अनुभवों को साझा किया। मुख्य अतिथि श्री नजमुल इस्लाम (अध्यक्ष, नगर पालिका परिषद कांधला) ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि  सात दिवसीय विशेष शिविर में जो भी आपने सीखा है उसको अपने जीवन में अमल करने से ही इस शिविर की सार्थकता होगी। यह अनुभव आपको जीवन भर काम आएगा। युवाओं में बढ़ रही नशे की प्रवृत्ति को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आप जैसे एन एस एस के युवा ही जागरूकता कार्यक्रम चलाकर लोगों को इस समस्या से अवगत करा सकते हैं। कौशल के विकास में जो भी सीखा है उससे समाज में एक मुकाम हांसिल होगा। नैतिक मूल्यों का विकास समाज में लोगों के बीच जा कर कार्य करने से होता है। समापन समारोह कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहीं प्राचार्या प्रो. प्रमोद कुमारी ने स्वयंसेविकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि एन एस एस छात्राओं को अनुशासन व सहयोग की भावना करना सिखाता है। महात्मा गांधी के जन्मशती पर उनके विचारों से प्रेरित होकर यह योजना शुरू की गयी। स्वामी विवेकानंद के "उठो,जागो और तब तक न रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न हो जाए" कि सूक्ति वाक्य से अनुशरण करके यह कार्यक्रम चल रहा है। उन्होंने आगे कहा कि यह शिविर 'कौशल विकास हेतु युवा' थीम पर इस वर्ष राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि लक्ष्य गीत के विचारों को आत्मसात करके हम इसे सार्थक बना सकते हैं। "कर्म तुम्हारा सदा अटल हो,कर्म तुम्हारी भाषा हो। हो सत्कर्म तुम्हारी मृत्यु, यही जीवन की अभिलाषा हो।" पंक्तियों के माध्यम से छात्राओं को प्रेरित किया। और उन्होंने " देश हमें देता है सबकुछ हम भी तो कुछ देना सीखे, देश की खातिर जीना सीखें देश की खातिर मरना सीखें।" पंक्तियों से अपना वक्तव्य समाप्त किया। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ श्याम बाबू ने किया। समापन समारोह में डॉ बृजभूषण, डॉ विशाल कुमार, डॉ बृजेश कुमार राठी, डॉ पंकज चौधरी, डॉ दीप्ति चौधरी, श्री आसिफ बेग, श्री आबिद अहमद एवं एन एस एस की स्वयंसेविकाएं उपस्थित रहीं।शिविर का समापन राष्टगान के साथ हुआ।