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Tuesday, 18 February 2025

राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के द्वारा सात दिवसीय विशेष शिविर का शुभारंभ

 आज दिनांक 18.02.2025 को राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय कांधला शामली के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के द्वारा सात दिवसीय विशेष शिविर का शुभारंभ मोहल्ला रायजदगान स्थित हीरा लाल शिव मंदिर परिसर में किया गया। शुभारंभ से पहले स्वयंसेविकाओं द्वारा शिविर स्थल की सफाई की गई। महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो.(श्रीमती) प्रमोद कुमारी द्वारा शिविर का उद्घाटन रिबन काटकर किया गया। शिविर का शुभारंभ माँ सरस्वती के प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित, माल्यार्पण व सरस्वती वंदना के द्वारा किया गया। इसके उपरांत स्वयंसेविकाओं द्वारा महाविद्यालय की प्राचार्या, वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ बृजभूषण व डॉ रामायन राम का पुष्प कलिका देकर एवं बैज लगाकर कर स्वागत किया गया।तत्पश्चात प्राचार्या प्रो प्रमोद कुमारी के नेतृत्व में समस्त स्वयंसेविकाओं द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना के लक्ष्य गीत ' उठे समाज के लिए उठें उठें' का सस्वर सामूहिक गान हुआ। कार्यक्रम अधिकारी डॉ श्याम बाबू ने सात दिवसीय विशेष शिविर में प्रस्तावित कार्यक्रम की रूपरेखा स्वयंसेविकाओं के समक्ष प्रस्तुत किया। शिविर को संबोधित करते हुए डॉ बृजभूषण ने सभी स्वयंसेविकाओं को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना की मूल भावना  का सपना महात्मा गांधी द्वारा देखा गया था। छात्राओं के मन में सेवा की भावना जाग्रत करना ही इसका मुख्य उद्देश्य है। मुझसे पहले समाज है यह उद्देश्य  पूरा करने के लिए स्वामी विवेकानंद को राष्ट्रीय सेवा योजना का व्यक्तित्व चुना गया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा था कि हमारे अंदर हौंसला होना चाहिए जिससे हम कुछ भी कर सकते हैं , पांच संन्यासी के द्वारा पूरे समाज को श्रेष्ठ व सुखद बनाने की संकल्प से भरे हुए थे। उन्हीने आगे कहा कि जिस तरह बगीचा अपनी विविधता के कारण बहुत सुंदर लगता है उसी तरह यह समाज भी अपनी सांस्कृतिक, धार्मिक व भाषाई विविधता के कारण के सौंदर्य को बिखेरता है। हम मूर्ति की पूजा नहीं करते बल्कि जिसकी मूर्ति है उसके आचरण की पूजा करते हैं। राष्ट्रीय सेवा योजना का यह शिविर आचरण में बदलाव ला सकता है। शिविर के शुभारंभ कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहीं महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो.प्रमोद कुमारी ने छात्राओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि  शिविर का उद्देश्य समाज के विकास के लिए है। आप यहां के लोगों को स्वच्छता, सड़क सुरक्षा, मतदाता जागरूकता, महिला सुरक्षा, बुजुर्गों का सम्मान, शिक्षा एवं स्वास्थ्य को लेकर जागरूक कर सकें। उन्होंने आगे कहा कि महात्मा गांधी के जन्म शताब्दी पर इस योजना की शुरूआत हुई। गांधी ने युवा, महिला व हाशिये के समाज में एकता लाने के चरखा का सहारा लिया जो आत्मनिर्भरता व स्वदेशी का प्रतीक है जिससे युवा उनके विचारों से प्रभावित व प्रेरित हो सके। स्वामी विवेकानंद से प्रेरित होकर हमेशा राष्ट्रीय सेवा योजना की थीम कौशल विकास हेतु युवा, स्वच्छता अभियान हेतु युवा,पर्यावरण, जल संरक्षण हेतु युवा आदि  विषय होते हैं। शिविर के द्वितीय बौद्धिक सत्र में " युवा मतदाता की लोकतंत्र में भागीदारी" विषय पर डॉ रामायन राम ने एक व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि हमें एक युवा मतदाता होने के नाते जाति, धर्म, क्षेत्र,अमीर व गरीब जैसे सामाजिक-आर्थिक भेजभाव से ऊपर उठ कर मतदान करना चाहिए।भारत का लोकतंत्र एक आम इंसान को भी देश का प्रथम नागरिक बनने का अवसर देता है जबकि पूर्व के राजतंत्र में ऐसा नहीं था। मतदान करते समय जाति,धर्म, पैसे के द्वारा लोगों बहलाया जाता है और अपरिपक्व मतदाता इनके जाल में आ जाता है इसलिए हमें लोगों  में जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को सचेत करना है।हमारा संविधान सभी को मतदान करने का अवसर प्रदान करता है। इसलिए देश में सुख,शांति व समृद्धि के लिए जो पार्टी या प्रत्याशी प्रयास करे हमें उसी को चुनना चाहिए। हमारा देश युवाओं का देश है इसलिए हमारी महती जिम्मेदारी बन जाती है कि हम अपने मत का प्रयोग एक योग्य जनप्रतिनिधि को चुनें। प्रथम दिन के शिविर का समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया।