Monday, 7 October 2024

NDRF) के प्रशिक्षण दल द्वारा महाविद्यालय की छात्राओं को आपदा प्रबंधन के विषय में प्रदर्शन















 *प्रकाशनार्थ* 


राजकीय महिला स्नातकोत्तर

 महाविद्यालय कांधला शामली में आज दिनांक 27 सितंबर 2024  को राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) के प्रशिक्षण दल द्वारा महाविद्यालय की छात्राओं को आपदा प्रबंधन के विषय में प्रदर्शन करते हुए विस्तार से जानकारी दी. इस प्रशिक्षण में उन्होंने बाढ़ आने पर ,भूकंप आने पर सांप के काटने पर, आकाशीय बिजली के गिरने  पर क्या प्राथमिक उपचार दिया जा सकता है, इस विषय मे विस्तार से बताया. प्रदर्शन के द्वारा छात्रों को जानकारी दी गई कि किसी व्यक्ति को हार्ट अटैक आने पर सीपीआर किस प्रकार दिया जा सकता है .यह जानकारी भी विस्तार से बताई कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर प्रमोद कुमारी द्वारा राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल के सैनिकों के जज्बे को सलाम करते हुए छात्राओं को संबोधित किया और उनको प्राकृतिक आपदा आने पर अपनी व आपदा में फंसे लोगों की रक्षा करने के लिए प्रेरित किया . उन्होंने कहा कि देश की सेवा सिर्फ सीमाओं पर तैनात होकर ही नहीं होती बल्कि देश के अंदर आने वाले प्राकृतिक व मानव जनित आपदाओं मे राहत व बचाव का कार्य करना भी एक विशिष्ट देश सेवा है. 

      प्रशिक्षण दल का नेतृत्व इंस्पेक्टर राजू यादव ने किया.साथ ही सेवा पखवाड़ा के अंतर्गत आत्मनिर्भर भारत विषय पर सद्भावना कल्चरल क्लब के तत्वाधान में भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान मुस्कान पुत्री श्री रविंद्र बीए द्वितीय वर्ष, द्वितीय स्थान हिना पुत्री श्री जाकिर बीकॉम तृतीय वर्ष  एवं तृतीय स्थान मुस्कान पुत्री श्री साउद  बीए तृतीय वर्ष की छात्रा ने प्राप्त किया कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर प्रमोद कुमारी ने छात्राओं को संबोधित करते हुए आत्मनिर्भर भारत के विषय में जानकारी देते हुए कहा कि माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी ने सन 2014 में स्वच्छ भारत अभियान का शुभारंभ किया था एवं अब वह स्वच्छ भारत को श्रेष्ठ भारत बनाने के लिए देश को आगे बढ़ा रहे हैं महात्मा गांधी जी की आत्मनिर्भर भारत की अवधारणा को बढ़ाने के लिए प्रयासरत है हमें अपने राष्ट्र को श्रेष्ठ बनाने हेतु स्वयं के उत्पादों का निर्माण व उपयोग करना है इस रास्ते में अनेक समस्याएं आ सकती हैं परंतु उन्होंने कहा 'वह पथ क्या, पथिक कुशलता क्या, जिस पथ पर बिखरे शूल न हों, नाविक की धैर्य परीक्षा क्या, जब धाराएँ प्रतिकूल न हों' इन पंक्तियों के साथ छात्राओं को आत्मनिर्भरता के लिए प्रोत्साहित किया उन्होंने महिलाओं को आत्मनिर्भर होने पर बल दिया और कहा कि हर व्यक्ति को आत्मनिर्भर होना चाहिए तभी भारत विश्व की महाशक्ति बन सकता है। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर दीप्ति चौधरी के द्वारा किया गया इस दौरान महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकगण  उपस्थित रहे।