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Tuesday, 15 April 2025

सद्भावना कल्चरल क्लब के अंतर्गत डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती







राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय कांधला शामली में 15 अप्रैल 2025 को सद्भावना कल्चरल क्लब के अंतर्गत डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर 15 दिवसीय कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। कार्यक्रम में सर्वप्रथम प्राचार्य डॉ बृजभूषण एवं प्राध्यापकगण द्वारा डॉ भीमराव अंबेडकर जी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण किया गया। तत्पश्चात डॉक्टर पंकज चौधरी (प्रवक्ता राजनीति विज्ञान) के द्वारा बाबा साहब अंबेडकर जी के जीवन परिचय से जुड़ी घटनाओं के विषय में छात्राओं को अवगत कराया। डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्य प्रदेश के महू नाम की जगह पर हुआ था। वे एक गरीब और दलित परिवार से थे, जिन्हें बचपन से ही भेदभाव का सामना करना पड़ा लेकिन उन्होंने पढ़ाई में कभी हार नहीं मानी।
अंबेडकर जी ने बहुत मेहनत करके कोलंबिया यूनिवर्सिटी (अमेरिका) और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (इंग्लैंड) से पढ़ाई की। वे पढ़ाई में बहुत होशियार थे और कई डिग्रियां हासिल कीं। वे चाहते थे कि समाज में सबको बराबरी का अधिकार मिले, चाहे वह किसी भी जाति या धर्म का हो।
उन्होंने दलितों और पिछड़े वर्गों के हक के लिए जीवन भर संघर्ष किया। वे समाज सुधारक, कानून के जानकार और एक महान नेता थे। जब भारत आज़ाद हुआ, तो उन्हें देश का पहला कानून मंत्री बनाया गया और उन्होंने भारत का संविधान तैयार करने में मुख्य भूमिका निभाई जिसमें सबको समान अधिकार दिए गए। डॉक्टर बृजभूषण ने छात्राओं को अपने अध्यक्षीय संबोधन में बताया कि जिस प्रकार भारतीय संस्कृति उच्च आदर्श पुरुषों के आचरण की पूजा करती है इसी प्रकार हमें अंबेडकर जी के आचरण एवं शिक्षाओं को अपने जीवन में अपनाना चाहिए। हमें किसी भी महान व्यक्तित्व को जानने के लिए उनकी मूल रचनाओं को पढ़कर समझना चाहिए। उसी से हम उन्हें सही रूप में समझ सकते हैं और यही हमारी उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि है। अंबेडकर जी ने भारतीय समाज के निर्माण हेतु विशेष योगदान दिया एवं विभिन्न संकटों का सामना करते हुए भी उन्होंने भारत के इतिहास में अपना उच्च स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम का संचालन सद्भावना कल्चरल क्लब की प्रभारी डॉ दीप्ति चौधरी द्वारा किया गया। कार्यक्रम में डॉ सीमा सिंह डॉ रामायण राम डॉ लक्ष्मी गौतम आदि भी उपस्थित रहे।