Pages

Thursday, 30 January 2025

राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा द्वितीय एक दिवसीय शिविर का आयोजन

 आज दिनांक 29 जनवरी 2025 को राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय कांधला शामली में प्राचार्य प्रोफेसर प्रमोद कुमारी के कुशल मार्गदर्शन में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा द्वितीय एक  दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का आयोजन रायजादगान मोहल्ला के  मलिन बस्ती स्थित सूरज कुंड मंदिर परिसर हुआ। द्वितीय एक दिवसीय शिविर का प्रारम्भ राष्ट्रीय सेवा योजना के लक्ष्य गीत ' उठे समाज के लिए उठें-उठें ,जगे स्वराष्ट्र के लिए जगे - जगे' हुआ। शिविर के प्रथम सत्र में वनस्पति विज्ञान के प्रवक्ता डॉ ब्रिजेश कुमार राठी ने  स्वयंसेविकाओं को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय सेवा योजना के उद्देश्य एवं इसके महत्व को विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना में सेवा शब्द जुड़ा है जिसका अर्थ होता है निःस्वार्थ भाव से सेवा करना, अपने आसपास स्थित समुदाय में जाकर शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छ्ता, रोजगार, सड़क सुरक्षा, मतदान आदि के बारे में लोगों को जागरूक करना ही राष्ट्रीय सेवा योजना का उद्देश्य है। पढ़ाई के साथ-साथ स्वयंसेविकाओं में संवेदना विकसित करना ,परेशानियों को देखकर सहयोग भावना पैदा करना,संप्रेषण कौशल का विकास, समस्याओं का समाधान करने का गुण विकसित करना  एवं बोलने और सुनने की क्षमता निखारना आदि एन एस एस का उद्देश्य है। उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना की स्थापना महात्मा गांधी के जन्म शताब्दी के अवसर पर 24 सितम्बर 1969 को हुई। गांधी के सेवा भावना एवं उनके विचारों से प्रेरित होकर इसकी स्थापना हुई। छात्राओं के चहुँमुखी विकास ही इसका मुख्य उद्देश्य है। सम्प्रेषण कौशल विकसित करने का यह बहुत अच्छा प्लेटफार्म है, इसमें समूह में सहयोग की भावना का विकास होता है। इसके उपरांत स्वयंसेविकाओं एवं रेंजर्स ने सड़क सुरक्षा जन जागरूकता रैली निकाली। जो रायजादगान मोहल्ले के सूरज कुंड मंदिर से निकलकर हीरालाल शिव मंदिर होते हुए गुजरान मोहल्ला कांधला तक गयी। स्वयमसेविकाओं ने सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा, हेलमेट व सीट बेल्ट जरूर लगाएं, हमारी जिम्मेदारी सड़क सुरक्षा नियम बताना, नशे को छोड़ो तब गाड़ी से नाता जोड़ो जैसे नारों के माध्यम से लोगों को जागरूक किया। रैली में रेंजर्स प्रभारी डॉ अंकिता त्यागी एवं डॉ लक्ष्मी गौतम का सहयोग रहा। शिविर के दूसरे सत्र में स्वयंसेविकाओं ने सूरज कुंड मंदिर के आस पास स्वच्छता अभियान चला कर साफ सफाई किया एवं मंदिर परिसर स्थित पौधों को पानी दिया। बोधात्मक सत्र में  उत्तर प्रदेश शासन एवं भारत सरकार द्वारा निर्धारित विषय वस्तु 'कौशल विकास हेतु युवा' को ध्यान में रखते हुए हिंदी  विभाग के प्रभारी डॉ  रामायन राम ने "पत्रकारिता के क्षेत्र में युवा कौशल की आवश्यकता" विषय एक व्याख्यान दिया। जिसमें उन्होंने कहा कि आज का समय सूचना का है। सूचना वह ताकत है जिसका उपयोग बड़ी-बड़ी राजनैतिक पार्टियाँ एवं व्यापार जगत करता है।मोबाइल सूचना एकत्र करने का बड़ा माध्यम बन गया है। कोई भी एप डाउनलोड करते समय कई व्यक्तिगत सूचनाएं आपकी मांगी जाती है जिसका प्रयोग वह अपने व्यापारिक लाभ के लिए करते हैं।आज मीडिया जो लोगों तक सूचना पहुंचाने का बहुत बड़ा माध्यम बन गया है जनमत या धारणाएं बनाने बनाने में मदद करता है। स्वतंत्रता संग्राम में भी पत्रकारिता का अत्यधिक महत्व रहा है। अंग्रेजो ने विश्विद्यालयों की स्थापना की, अंग्रेजी शिक्षा को बढ़ाया एवं आधुनिक प्रिंटिंग प्रेस की स्थापना की। जिसका लाभ उठाकर स्वतंत्रता आंदोलन के बड़े नेताओं ने अखबार निकाल कर लोगों को जागरूक किया।मीडिया लोगों को सूचना एवं ज्ञान से आच्छादित करता है। आज इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में सोशल मीडिया का महत्व बढ़ गया है। सोशल मीडिया के द्वारा समाज मे होने वाले अत्याचार एवं भ्रष्टाचार के खिलाफ एक मुहिम चलाई जा सकती है।मोबाइल के माध्यम से आज हर व्यक्ति पत्रकार की भूमिका निभा सकता है। पत्रकारिता के क्षेत्र में इग्नू विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन के दौरान (दूरस्थ ) कई कोर्स किए जा सकते हैं। इसके अलावां दिल्ली स्थित आई आई एम सी संस्था द्वारा पत्रकारिता के कई कोर्स चलाए जाते हैं। सी सी एस यूनिवर्सिटी मेरठ से भी पी जी स्तर के पत्रकारिता के कोर्स उपलब्ध हैं। इस क्षेत्र में वीडियो जर्नलिज़म का भी कोर्स किया जा सकता है। शिविर का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। द्वितीय एक दिवसीय शिविर का आयोजन एवं संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ श्याम बाबू द्वारा किया गया।