राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय कांधला में आज दिनांक 25 नवंबर 2024 को कौमी एकता सप्ताह के समापन के अवसर पर लोक नृत्य एवं लोकगीत प्रतियोगिताओं का आयोजन सद्भावना कल्चरल क्लब के तत्वाव्धान में डॉ दीप्ति चौधरी के निर्देशन में किया गया। संचालन करते हैं उन्होंने कहा कि कौमी एकता सप्ताह बहुधार्मिक समाज में सहिष्णुता एवं भाईचारे के मूल्यों में विश्वास बढ़ाने हेतु मनाया जाता है। यह सांप्रदायिक एकता को और मजबूती प्रदान करते हुए राष्ट्रीय अखंडता एवं देशभक्ति की भावना उत्पन्न करता है।
लोक नृत्य प्रतियोगिता में जैनब ग्रुप की इकरा, मुस्कान, इजना, महविश,आयशा एवं जैनब प्रथम स्थान पर रही। मुस्कान ग्रुप की तनु, मंशु, निकिता एवं मुस्कान द्वितीय स्थान पर रही तथा अंजुम ग्रुप की शाहीन, साहिबा, अंजुम तृतीय स्थान पर रही। लोकगीत प्रतियोगिता में तहरीन ग्रुप की मुस्कान, तहरीन एवं तनु चौहान प्रथम स्थान पर महविश ग्रुप की आयशा, महविश एवं मुस्कान द्वितीय स्थान पर तथा शहीन ग्रुप की अंजुम, शाहीन, साहिबा तृतीय स्थान पर रही।
कौमी एकता सप्ताह पर अपने उद्बोधन में डॉ विजेंद्र सिंह ने छात्राओं को सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ने तथा राष्ट्रहित के लिए हमेशा कार्य करते रहने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही प्राचार्या प्रो श्रीमती प्रमोद कुमारी जी ने विजेत्री छात्राओं के नामों की घोषणा करते हुए कहा कि कौमी एकता सप्ताह का शुभारंभ 19 नवंबर को हमारी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जी के जन्म दिवस के दिन किया जाता है। यह सप्ताह विभिन्नता में एकता को पहचान देने के लिए मनाया जाता है जिससे हम सभी लोग एक दूसरे के धर्मों, संस्कृति एवं भावनाओं को आदर करें।छात्राओं ने अपने सुंदर हरियाणवी, डांडिया आदि नृत्य तथा उत्तर प्रदेश के लोकगीतों के द्वारा सभी के मन में एक छाप छोड़ी है। सभी छात्राओं को लोक कल्याण की भावनाओं को बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए।अन्त में अपनी वाणी को विराम देते हुए उन्होंने कहा "हिंद देश के निवासी सभी जन एक हैं, रंग रूप वेष भाषा चाहे अनेक हैं। कार्यक्रम में निर्णायकों की भूमिका में डॉ विजेंद्र सिंह, डॉ रामायण राम, डॉ सीमा सिंह, डॉ संजय कुमार, डॉ श्याम बाबू, एवं डॉ बृजेश राठी उपस्थित रहे।